युवा भारतीय क्रिकेट टीम की क्षमता पर दक्षिण अफ़्रीका से हार के बाद उठ रहे सवाल

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Getty Images एंडिले सिमलेन की यॉर्कर पर भारतीय कप्तान सूर्य कुमार यादव पूरी तरह चकमा खा गए

रविवार रात भारत में ठीक 11:11 बज रहे थे लेकिन सूर्य कुमार यादव के नेतृत्व में टीम इंडिया के प्रदर्शन के बारह बजे हुए थे.

गेबेहा (पोर्ट एलिज़ाबेथ का नया नाम) में खेला गया टी-20 सिरीज़ का दूसरा मैच भारतीय क्रिकेट टीम तीन विकेट से हार गई.

यह मैच लो-स्कोरिंग मगर बेहद रोमांचक और उतार-चढ़ाव भरा रहा. भारत ने दक्षिण अफ़्रीका को 125 रनों का मामूली लक्ष्य दिया. ‘मिस्ट्री स्पिनर’ वरुण चक्रवर्ती ने प्रोटियाज़ बल्लेबाज़ों का कड़ा इम्तिहान लिया. उनकी गुगली को समझ पाना मेज़बान टीम के लिए मुश्किल नज़र आया.

मगर भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया. इस साल टीम इंडिया की टी-20 में ये दूसरी हार है. भारत की इस हार के साथ ही चार मैचों की सिरीज़ 1-1 से बराबरी पर आ गई है.

BBC बीबीसी हिंदी के व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ने के लिए करें दबाव में खेलने की क्षमता पर सवाल

सवाल है कि इस युवा टीम के बल्लेबाज़ों में दबाव और विपरीत परिस्थितियों में बल्लेबाज़ी करने की कितनी क्षमता है? क्या भारतीय गेंदबाज़ों में डेथ ओवर में रन रोक पाने की क़ाबिलियत है?

एक सवाल कप्तान सूर्य कुमार यादव से भी पूछा जाना चाहिए कि जब भारतीय स्पिनर दक्षिण अफ़्रीकी बल्लेबाज़ों पर दबाव बनाने में कामयाब रहे तो अक्षर पटेल से एक ही ओवर गेंदबाज़ी क्यों कराई?

ये तमाम सवाल इसलिए भी ज़रूरी हैं क्योंकि इस टीम को साल 2026 के टी-20 विश्व कप को ध्यान में रख कर तैयार किया जा रहा है.

कमेंट्री कर रहे पूर्व क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा ने भी अक्षर पटेल को एक ओवर दिए जाने पर हैरानी जताई. उनसे पूछा गया कि क्या अक्षर पटेल को एक और ओवर नहीं देना चाहिए था, उनका जवाब था, “बिना सोचे-समझे!”

टूट गई निरंतरता Getty Images

भारतीय क्रिकेट टीम का क्रिकेट के सबसे छोटे स्वरूप में विजय अभियान थम गया. इस साल टीम ने विश्व कप सहित 24 में से 20 मैच जीते हैं जबकि दो मैच रद्द हो गए थे.

ज़िंबॉब्वे में टीम को इस साल इकलौती हार का सामना करना पड़ा था. अगर ज़िंबॉब्वे में हार को छोड़ दिया जाए तो टी-20 में लगातार जीत का ये सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कहा जाता.

वैसे भी ज़िंबॉब्वे दौरे पर सर्वश्रेष्ठ टीम नहीं गई थी. दूसरी तरफ़ दक्षिण अफ़्रीका की टीम विश्व कप फ़ाइनल में भारत के हाथों शिकस्त खाने के बाद से छह में से एक ही मैच जीत पाई थी.

हैट्रिक नहीं लगा पाए संजू

संजू सैमसन ने पिछले दो मैचों में लगातार दो शतक लगा चुके थे. मगर उन्हें गेबेहा की पिच रास नहीं आई. सैमसन पारी की तीसरी गेंद पर शून्य पर बोल्ड हो गए. यह मार्को जेन्सन की गेंद ख़तरनाक थी.

जेन्सन ने गेंद को सीम और फिर स्विंग कराया. सैमसन जल्दी खेल गए. गेंद और बल्ले में तालमेल तो नहीं हो पाया, अलबत्ता गेंद और विकेट का मिलन हो गया.

सलामी जोड़ी नाकाम BBC दक्षिणी अफ़्रीकी गेंदबाज़ों ने भारत के उपरी क्रम के बल्लेबाज़ों को जमने का मौक़ा ही नहीं दिया

पिच और ओवरकास्ट हालात तेज़ गेंदबाज़ी के लिए अनुकूल थे.

संजू सैमसन के जाने के आठ गेंदों के बाद, पारी के दूसरे ओवर में, दूसरे सलामी बल्लेबाज़ अभिषेक शर्मा जेरल्ड कोटज़िया की गेंद पर शॉर्ट फ़ाइन लेग पर खड़े जेन्सन को कैच दे बैठे.

लेकिन इस मैच में पावर प्ले का सबसे अहम लम्हा चौथे ओवर में आया.

टॉप ऑर्डर का लचर प्रदर्शन

एंडिले सिमलेन की यॉर्कर पर भारतीय कप्तान सूर्य कुमार यादव पूरी तरह चकमा खा गए.

गेंद पैड पर जा लगी और उन्होंने रिव्यू लेने की भी जहमत नहीं उठाई. डरबन में करियर की शुरुआत करने वाले सिमलेन के लिए इससे बेहतर पहला विकेट क्या हो सकता था.

सूर्य कुमार यादव के आउट होने के बाद भारत का स्कोर चार ओवर के बाद तीन विकेट पर 15 रन था और पावर-प्ले के बाद स्कोर तीन विकेट पर 34 रन हो गया.

मार्करम ने पकड़ा शानदार कैच

तिलक वर्मा ने एडम मार्कराम की गेंद पर कवर की ओर स्ट्रोक लगाया लेकिन डेविड मिलर ने उनका ज़बरदस्त कैच पकड़ा.

तिलक वर्मा को मानो कैच लपके जाने का यक़ीन ही नहीं हो रहा था. उन्होंने 20 रन की अपनी पारी में एक चौका और एक छक्का लगाया. अब तक भारत के 45 रन पर चार विकेट गिर चुके थे.

प्रोटियाज फ़ील्डिंग में भी चुस्त Getty Images एक बार मैच पर पकड़ बनाने के बाद भी भारत को अंत में हार का सामना करना पड़ा

इस मैच में दक्षिण अफ़्रीका की फ़ील्डिंग बेहद चुस्त थी. अक्षर पटेल इस मैच में बदक़िस्मत रहे, जब हार्दिक पांड्या का शॉट लेग स्पिनर नकाबा पीटर के हाथों को छूता हुआ नन-स्ट्राइकर एंड के स्टंप से जा टकराया. तब तक वह 27 रन बना चुके थे.

हार्दिक पांड्या भी मेज़बान गेंदबाज़ों के सामने रन-गति बढ़ाने में नाकाम रहे.

वो 28वीं गेंद पर पहला चौका लगा पाए. उन्होंने 18वें ओवर में थोड़ा ज़ोर लगाया और दो चौके और एक छक्का सहित 14 रन पीटे.

पांड्या 45 गेंद पर 39 रन बनाकर, नॉट आउट रहे. पांड्या और अर्शदीप सिंह के बीच सातवें विकेट के लिये 37 रनों की साझेदारी हुई.

दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाज़ों ने भारत के रन बनाने के अवसरों पर लगाम लगा दी. मैच में बीच के ओवर भारी रहे क्योंकि भारत ने पांच ओवरों में 24 रन बनाए और 35 गेंदें बिना कोई बाउंड्री लगाए खेलीं.

20 ओवर में भारत का स्कोर रहा सात विकेट पर 128 रन. पाँच भारतीय बल्लेबाज़ दहाई का अंक भी नहीं छू पाए. केशव महाराज को छोड़कर सभी पाँच गेंदबाज़ों को एक-एक सफलता मिली.

वरुण चक्रवर्ती का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन Getty Images वरूण चक्रवर्ती ने शानदार गेंदबाज़ी की और मैच में पाँच विकेट हासिल किए

यह एक छोटा लक्ष्य था. दक्षिण अफ़्रीका ने सोचा होगा कि जीत आसानी से मिल जाएगी लेकिन उन्हें इसके लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी.

भारत के स्पिनरों ने दक्षिण अफ़्रीका के बल्लेबाज़ों को बांधे रखा. ख़ासकर वरुण चक्रवर्ती ने घातक गेंदबाज़ी की. पावर प्ले तक दक्षिण अफ़्रीका के भी तीन विकेट गिर चुके थे और रन बने थे महज़ 33.

आउट होने वाले बल्लेबाज़ों में कप्तान एडेन मार्करम भी शामिल थे. उनका ख़राब फॉर्म टीम के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. उन्हें टी20 में अर्धशतक बनाए हुए 26 पारियां हो चुकी हैं.

इस मैच में वो वरुण चक्रवर्ती की गुगली पर चकमा खा गए. अगले ओवर में वरुण ने ठीक उसी तरह रीज़ा हेन्डरिक्स को भी अपना शिकार बना लिया. तीसरे ओवर में उनकी गुगली मार्को जेन्सन को बिल्कुल समझ में नहीं आयी.

अपने चौथे ओवर में वरुण ने लगातार दो गेंदों पर हेनरिक क्लासेन और फिर डेविड मिलर का विकेट लेकर मैच भारत की पक्ष में ला खड़ा किया. अब दक्षिण अफ़्रीका का स्कोर हो गया छह विकेट पर 67 रन.

स्टब्स और केटज़िया ने पलटी बाज़ी Getty Images दक्षिण अफ़्रीका ने टी-20 में भारत के विजय रथ को रोक दिया है

मैच में दक्षिण अफ़्रीका के विकेट लगातार गिरते गए और नौबत आख़िरी पाँच ओवर में 40 रन बनाने की आ गई.

नंबर चार पर बल्लेबाज़ी करने आए ट्रिस्टन स्टब्स एक छोर पर टिके रहे और धैर्य के साथ बल्लेबाज़ी की. जेरल्ड कोटज़िया ने उनका साथ निभाया और दोनों के बीच 20 गेंदों पर 42 रनों की साझेदारी हुई.

मैच में स्टब्स 23 और कोटज़िया 19 रन बना कर नॉट आउट रहे और एक ओवर रहते जीत दिला दी. यहाँ अर्शदीप सिंह और अवेश खान की ख़ासी धुनाई हुई.

सवाल यह भी है कि कप्तान सूर्य कुमार यादव ने अक्षर पटेल से एक ही ओवर क्यों डलवाया जबकि स्पिनर अच्छा कर रहे थे.

वरुण चक्रवर्ती ने 17 रन देकर पाँच विकेट लिए लेकिन जीत नहीं दिला पाए. ये उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.

उनके अलावा टी-20 में चार और भारतीय गेंदबाज़ों ने मैच में पाँच विकेट लिए हैं-कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार, युज़वेंद्र चहल और दीपक चहर.

इस मैच में अर्शदीप सिंह और रवि बिश्नोई को एक-एक सफलता मिली.

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