सागर अदानी कौन हैं जिनके ख़िलाफ़ अमेरिका में दर्ज हुआ मामला, गौतम अदानी से क्या है नाता?

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Getty Images अमेरिका में गौतम अदानी और सागर अदानी पर गंभीर आरोप लगे हैं.

भारत का चर्चित अदानी ग्रुप का नाम एक बार फिर विवादों में घिर गया है.

कंपनी के संस्थापक गौतम अदानी, उनके भतीजे सागर अदानी समेत आठ लोगों के ख़िलाफ़ अमेरिका में धोखाधड़ी के मामले में आरोप तय किए गए हैं.

गौतम अदानी और इन सात लोगों पर आरोप हैं कि उन्होंने अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीएल) के लिए ठेका हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 2,100 करोड़ रुपए की रिश्वत देने की साज़िश रची थी.

साथ ही उन्होंने ये जानकारियाँ छिपाकर अमेरिकी वित्तीय बाज़ार से दो अरब डॉलर जुटाए थे. उन पर धोखाधड़ी और न्याय में बाधा डालने का भी आरोप लगाया गया है.

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सागर अदानी अपने करियर की शुरुआत से ही अदानी ग्रीन्स के साथ सक्रिय रूप से जुड़े रहे हैं. सागर को अदानी समूह और परिवार में 'नई पीढ़ी' के रूप में देखा जाता है.

इसके अलावा विनीत जैन भी लंबे समय से कंपनी से जुड़े हुए हैं. वो एजीएल में सीईओ थे और वर्तमान में प्रबंध निदेशक के पद पर हैं.

अमेरिका में हुई कार्रवाई के बाद अदानी समूह के शेयर की क़ीमतों में भी भारी गिरावट आई है.

एजीईएल ने डॉलर-मूल्य वाले बांड के माध्यम से 60 करोड़ डॉलर जुटाने की योजना को स्थगित कर दिया है.

वहीं कंपनी ने अपने निदेशकों के ख़िलाफ़ लगाए गए आरोपों को 'आधारहीन' बताया है.

ग़ौरतलब है कि इससे पहले जनवरी 2023 में अमेरिका स्थित शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदानी ग्रुप के बारे में एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसके कारण अदानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों की क़ीमतें गिर गईं थी.

बुधवार को गौतम अदानी और अन्य के ख़िलाफ़ न्यूयॉर्क की एक अदालत में आरोप पत्र दायर किया गया.

उन पर भारतीय अधिकारियों को 25 करोड़ डॉलर (लगभग दो हजार 100 करोड़ रुपए) की रिश्वत देने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है.

इसके चलते कंपनी को अगले 20 सालों में दो अरब डॉलर (मौजूदा क़ीमत पर 169 अरब रुपए) का फ़ायदा होने का अनुमान था.

अमेरिकी अभियोजन पक्ष के अनुसार, गौतम अदानी ने ख़ुद भारतीय अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से बात की और रिश्वत पर चर्चा की.

इसके अलावा कंपनी के आंतरिक ईमेल्स में कोडवर्ड में गौतम अदानी के नाम की चर्चा थी. अभियोग (पेज 20) के अनुसार, गौतम अदानी को 'एसएजी', ' न्यूमरो यूनो', 'द बिग मैन' जैसे कोडवर्ड से संबोधित किया जाता था.

आरोप पत्र के मुताबिक़, अप्रैल 2022 में अहमदाबाद में अदानी ग्रुप के कॉरपोरेट ऑफ़िस में गौतम अदानी, सागर अदानी, विनीत जैन और अन्य लोगों के बीच बातचीत हुई थी.

कौन हैं सागर अदानी? Getty Images अदानी ग्रीन के सागर अदानी (बिल्कुल बाईं ओर खड़े हुए), अदानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स के जीत अदानी, अदानी एंटरप्राइज़ेज़ के प्रणव अदानी और अदानी पोर्ट के करण अदानी

गौतम अदानी की गिनती भारत के शीर्ष उद्योगपतियों में होती है.

के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक़ गौतम अदानी की कुल संपत्ति में लगभग 17 प्रतिशत की गिरावट आई है. वो दुनिया के शीर्ष अमीर लोगों की सूची में 25वें स्थान पर हैं.

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने से पहले वे टॉप 10 में पहुँच गए थे.

सागर अदानी, अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक हैं. वो गौतम अदानी के भाई राजेश के बेटे हैं.

कंपनी की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक़ सागर ने अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में डिग्री हासिल की है.

सागर 2015 से अदानी ग्रुप के साथ जुड़े हुए हैं, वो शुरुआत से ही एजीईएल से जुड़े हुए हैं.

अदानी ग्रीन एनर्जी की सभी सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाओं का क्रेडिट सागर को ही दिया जाता है.

वो कंपनी के रणनीतिक और वित्तीय मामलों को संभालते हैं और विदेश में भी ग्रुप का काम करते हैं.

कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट (साल 2023-24) के अनुसार सागर सतत ऊर्जा (रिन्यूएबेल एनर्जी) के अपने लक्ष्यों को पाने के लिए अदानी समूह के प्रयासों का नेतृत्व करते हैं.

रिपोर्ट के अनुसार सागर के पास व्यवसाय, रिस्क मैनेजमेंट, वित्त, वैश्विक अनुभव, विलय और अधिग्रहण, तकनीकी अनुसंधान, साइबर सुरक्षा और कॉरपोरेट प्रशासन में विशेषज्ञता है.

ट्रेंडलाइन, भारतीय सूचीबद्ध कंपनियों और उनके निदेशकों के बारे में जानकारियाँ जुटाता है. उसके मुताबिक़ सागर अदानी 2019 में अदानी ग्रीन एनर्जी में एक कार्यकारी निदेशक थे.

उस समय उन्हें रुपए में वार्षिक वेतन मिलता था. उस समय ये राशि 50 लाख रुपए थी.

साल 2020 में ये आंकड़ा एक करोड़ से ऊपर पहुँच गया था और साल 2022 में ये आंकड़ा तीन करोड़ से ऊपर पहुँच गया था.

ट्रेंडलाइन की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार सागर को चार करोड़ रुपए का वेतन मिलता है. इसके अलावा उन्हें भत्ते के रूप में 40 लाख रुपए अलग से मिलते हैं.

कार्यकारी निदेशक के रूप में सागर का पाँच साल का कार्यकाल पिछले साल अक्टूबर में ख़त्म हो गया था. बाद में उन्हें अगले पाँच साल के लिए फिर से इस पद पर नियुक्त कर दिया गया था.

आरोप पत्र के अनुसार मार्च 2023 में जब सागर अदानी अमेरिका में थे, तो अमेरिकी जांच एजेंसी, एफ़बीआई ने उनके ख़िलाफ़ सर्च वारंट जारी किया. सागर के पास से एफ़बीआई ने इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जब्त किया.

जाँच में सामने आए विवरण के अनुसार सागर को इस मोबाइल फ़ोन के ज़रिए यह जानकारी मिलती थी कि किस अधिकारी को कुल कितनी रिश्वत देनी है, प्रत्येक राज्य (या केंद्रशासित प्रदेश) रिश्वत के लिए लगभग कितनी बिजली ख़रीदेगा.

आरोप ये भी है कि सरकारी अधिकारियों के नाम संक्षिप्त कर दिए गए थे और कुछ मामलों में प्रति मेगावाट रिश्वत तय की गई थी.

सागर पर निवेशकों को गुमराह करने, तथ्यों को छिपाने और निवेशकों के हितों पर प्रतिकूल प्रभाव डालने का आरोप लगाया गया है.

सागर सहित अन्य लोगों पर इलेक्ट्रॉनिक चैट, दस्तावेज़ और प्रेज़ेन्टेशन्स को नष्ट कर क़ानूनी प्रक्रिया में बाधा डालने का भी आरोप है.

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इंडिया फाइलिंग्स कंपनी के निदेशकों और कंपनियों के साथ उनके संबंधों के बारे में जानकारी जुटाती है.

इसके मुताबिक सागर अदानी, अदानी कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड, अदानी फ़िनसर्व प्राइवेट लिमिटेड, अदानी डिजिटल लैब्स प्राइवेट लिमिटेड, अदानी हाउसिंग फ़ाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड, अदानी ग्रीन एनर्जी ट्वेंटी थ्री लिमिटेड और अदानी हेल्थ वेंचर्स से जुड़े हुए हैं.

इसके अलावा वो अदानी वेंचर्स, अदानी रिन्यूएबल पावर, अदानी ट्रेड और लॉजिस्टिक्स में भी बतौर निदेशक काम करते हैं.

अमेरिका में न्याय मंत्रालय की ओर से दायर अभियोग के अनुसार भ्रष्टाचार 2020 और 2024 के बीच हुआ.

54 पन्नों के इस अभियोग पत्र में अदानी के अलावा विनीत जैन का भी बार-बार ज़िक्र है.

कौन हैं विनीत जैन? NurPhoto 2023 में हिंडनबर्ग ने अदानी समूह के ख़िलाफ़ रिपोर्ट जारी की थी

एजीईएल की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक़ विनीत जैन अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हैं.

विनीत 15 साल से अधिक समय से अदानी ग्रुप से जुड़े हुए हैं. मई 2023 में कंपनी के एमडी बनने से पहले विनीत ने कंपनी में सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) की भूमिका भी निभाई थी.

विनीत, अदानी समूह की ऊर्जा और बुनियादी ढाँचा से जुड़ी परियोजनाओं में सक्रिय भूमिका निभाते हैं.

रिन्यूएबल एनर्जी, बिजली उत्पादन, पावर ट्रांसमिशन और बिजली वितरण क्षेत्रों में उनकी गहरी समझ मानी जाती है.

कंपनी की वेबसाइट के अनुसार अदानी समूह ने तमिलनाडु के कामुदी में एक सौर परियोजना शुरू की है. इस परियोजना को शुरू करने में विनीत जैन की अहम भूमिका मानी जाती है.

इसके अलावा कहा जाता है कि उन्होंने देश की पहली और सबसे लंबी प्राइवेट हाई-वोल्टेज डायरेक्ट करंट लाइन बिछाने में अहम भूमिका निभाई थी.

अदानी समूह का दावा है कि वह देश में सबसे बड़ी सोलर मॉड्यूल मैन्युफ़ैक्चरिंग यूनिट पर काम कर रहा है. इसमें भी विनीत जैन की महत्वपूर्ण भूमिका है.

आरोप के मुताबिक़ अप्रैल-2022 में गौतम अदानी और अन्य लोगों के बीच नई दिल्ली में रिश्वत की रकम को लेकर मीटिंग होनी थी.

इससे पहले विनीत जैन ने अपने मोबाइल फ़ोन से एक तस्वीर भेजी थी, जिसमें विदेशी निवेशक अपने हिस्से के रुपए का भुगतान करता है.

इसमें ये आश्वासन दिया गया था कि अगर विदेशी निवेशक अपने हिस्से के 55 करोड़ रूपए की रिश्वत दे तो 650 मेगावॉट की बिजली खरीद समझौता दिया जाएगा.

इसके अलावा यह भी आश्वासन दिया गया था कि 583 करोड़ के बदले 2.3 गीगावॉट बिजली ख़रीद समझौता किया जाएगा.

अदानी ग्रीन एनर्जी की स्थापना अदानी एंटरप्राइजेज की एक इकाई के रूप में की गई थी. एजीईएल को जून 2018 में लिस्ट किया गया था.

उस समय प्रति शेयर 10 रुपए की क़ीमत पर एक अरब 58 करोड़ से ज़्यादा शेयर जारी किए गए.

कंपनी का कहना है कि वह सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, सौर और पवन संचालित परियोजनाएं संचालित करती है. इसके अलावा सोलर पार्क का भी प्रबंधन करती है.

कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक़ उसका लक्ष्य 2030 तक 50 गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी पैदा करना है.

वर्तमान में कंपनी 11 हज़ार 184 मेगावाट रिन्यूएबल एनर्जी का उत्पादन करती है.

इसमें से सात हज़ार 400 मेगावाट सौर, एक हज़ार 650 मेगावाट पवन और दो हज़ार 140 मेगावाट (हाइब्रिड) उर्जा का उत्पादन होता है.

Getty Images कच्छ के खावड़ा में बन रहा अदानी ग्रीन का प्रोजेक्ट दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्र होगा

कंपनी राजस्थान में एक सोलर पार्क संचालित करती है.

इसके अलावा कंपनी ने गुजरात के कच्छ जिले के खावड़ा में बंजर भूमि पर 30 मेगावाट के रिन्यूएबल ऊर्जा संयंत्र की एक परियोजना शुरू की है.

कंपनी का दावा है कि यह दुनिया में सबसे बड़ा रिन्यूएबल ऊर्जा संयंत्र होगा.

एजीईएल ने 600 मिलियन डॉलर मूल्य के बांड जारी करने की योजना बनाई थी, लेकिन हालिया घटनाक्रम के बाद उसने अपने क़दम पीछे खींच लिए हैं.

इसे पहले भी इस प्रोजेक्ट को एक बार स्थगित किया जा चुका है.

कंपनी ने अमेरिकी न्याय मंत्रालय और सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन के आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया है और कहा है कि वह इस मामले में हर संभव क़ानूनी उपाय करेगी.

अदानी समूह का कहना है कि वह प्रबंधन के उच्चतम सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है. कंपनी जहां भी काम करती है वहां क़ानूनों का पालन करती है और पारदर्शिता बनाए रखती है.

बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित

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