क्या आपका बच्चा भी खेलता है मोबाइल पर गेम? दिमाग से लेकर पढ़ाई तक होते हैं 6 गंभीर नुकसान
आजकल लोगों को मोबाइल पर गेम खेलने की आदत सी हो गई है। यह आदत बच्चों में ज्यादा देखने को मिलती है। थोड़ा सा भी टाइम मिला और बच्चे मोबाइल पर गेम खेलने लगते हैं। अगर उनसे मोबाइल रखने के लिए कहा जाए तो वे गुस्सा करते हैं। मोबाइल गेमिंग की लत या आदत बहुत बुरी होती है। इसके साइड इफेक्ट्स सेहत पर ही नहीं आपकी सोशल लाइफ पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है। जानते हैं इसके 6 गंभीर नुकसान।
हिंसक हो रहे बच्चे:
पढ़ाई पर असर:
मोबाइल पर गेम खेलने की लत से बच्चों की पढ़ाई पर बहुत बुरा असर होता है। बच्चों का ध्यान हमेशा गेम में ही लगा रहता है और इस वजह से उनका फोकस पढ़ाई पर नहीं रहता। उन्हें जरा सी फुर्सत मिलते ही वे पढ़ाई करने की जगह मोबाइल पर गेम खेलने लगते हैं। ऐसे में वे पढ़ाई में पीछे रह जाते हैं।
आंखों पर बुरा असर:
लंबे समय तक फोन पर गेम खेलने से आंखों पर बुरा असर पड़ता है। अगर आप ऑफिस जाते हैं और आपको कंप्यूटर की स्क्रीन को पूरे दिन देखना पड़ता है तो आपको इससे भी ब्रेक लेने की जरूरत है। पूरे दिन फोन पर चिपके रहना, गेमिंग करते रहने से आपकी आंखों को थकान हो सकती है। इसे एस्थेनोपिया भी कहा जाता है। आंखों की रोशनी भी कम हो सकती है। ऐसे में आपको अपना स्क्रीन टाइप कम करना होगा। साथ ही एंटी-ग्लेयर स्पेक्स का भी इस्तेमाल आप कर सकते हैं।
लग सकती है लत:
अगर आप लंबे समय तक किसी एक गेम को खेलते आ रहे हैं तो आपको उसकी लत लग सकती है। किसी भी चीज की अति बुरी होती है। अगर किसी को गेमिंग की लत लग जाती है तो उसे उसके अलावा कुछ नहीं दिखता। ऐसे में जब उनको खेलने से रोकते हैं तो वह गुस्सा हो सकता है या हिंसक भी हो सकता है।
मानसिक और शारीरिक सेहत पर असर:
अगर आप फोन का लगातार इस्तेमाल करते हैं तो आपकी मानसिक और शारीरिक हेल्थ पर असर पड़ता है। गेमिंग के दौरान लोग घंटों तक एक ही पोजिशन में बैठे रहते हैं। यह आपको मेंटल और फिजिकल दोनों तरह से परेशान कर सकता है।
सोशल लाइफ पर असर:
गेमिंग की आदत का असर आपकी सोशल लाइफ पर भी पड़ सकता है। क्योंकि गेम की लत के कारण आप अपने प्रियजनों को समय नहीं दे पाते हैं। ऐसे लोग परिवार, दोस्तों और सब लोगों से कट जाते हैं। ऐसे में आपको अपनी गेमिंग की आदत को कम करना होगा।
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