फ्लाइट उड़ने में 3 घंटे से ज्यादा देरी तो उसे रद्द किया जाए, एविएशन मिनिस्टर का निर्देश, जानें यात्रियों को क्या होगा फायदा

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नई दिल्ली: कोहरे के कारण देश के कई एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली फ्लाइट में देरी की खबरें आम हैं। सबसे ज्यादा खबरें उत्तर भारत से आती हैं जहां सर्दियों में कोहरे के कारण विजिबिलिटी जीरो हो जाती है। ऐसे में उड़ान में देरी होती है, जिस कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब ऐसा नहीं पाएगा। फ्लाइट में देरी को लेकर एविएशन मिनिस्टर में एयरलाइंस को सख्त निर्देश दिए हैं।नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने कोहरे की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने एयरलाइन कंपनियों से कहा कि अगर उड़ान में देरी होती है तो इसके बारे में यात्रियों को सही जानकारी दी जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर किसी फ्लाइट में तीन घंटे से ज्यादा की देरी होती है तो उसे कैंसिल किया जाए। यात्रियों की सुविधा को लेकर स्पष्ट निर्देशबैठक में केंद्रीय मंत्री ने यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को लेकर भी एयरलाइंस को कई स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यात्रियों को परेशान न हो, इसके लिए ‘चेक-इन’ काउंटर पर सभी कर्मचारी होने चाहिए। नागर विमानन मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘इस सर्दी में विजिबिलिटी से संबंधित चुनौतियों के प्रबंधन की तैयारी सही दिशा में बढ़ रही है। साथ ही इसमें आने वाली परेशानियों को दूर करने में अच्छी प्रगति हुई है।’ स्क्रीन लगाने को कहाविज्ञप्ति में कहा गया है कि अगर कम विजिबिलिटी के कारण किसी फ्लाइट में देर होती है या उड़ान कैंसिल होती है तो इसके बारे में यात्रियों को पूरी सटीक जानकारी दी जाए। अगर फ्लाइट में तीन घंटे से ज्यादा की देरी होती है तो एयरलाइन को वह उड़ान रद्द करनी होगी।दिल्ली एयरपोर्ट की संचालक डायल को प्रमुख स्थानों पर एलईडी स्क्रीन लगाने की सलाह दी गई है। ऐसा इसलिए ताकि यात्रियों को विजिबिलिटी की स्थिति के बारे में रियल टाइम में जानकारी मिल सके। डीजीसीए के निर्देशों का पालन करेंगी एयरलाइंसविज्ञप्ति के अनुसार एयरलाइन कंपनियों ने पुष्टि की है कि वे दिल्ली और दूसरे एयरपोर्ट के लिए सीएटी दो और तीन के अनुरूप विमान और पायलटों को तैनात करने के संबंध में डीजीसीए के दिशानिर्देशों का पालन करेंगी। दिल्ली एयरपोर्ट की चार हवाई पट्टियों में से तीन में सीएटी तीन आईएलएस (इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम) है। कम विजिबिलिटी होने पर भी यहां से फ्लाइट उड़ान भर सकती हैं।
क्या होगा अगर फ्लाइट कैंसिल होगी?अगर फ्लाइट कैंसिल होती है तो एयरलाइंस की ओर से यात्रियों को कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं। इसमें ये सुविधाएं प्रमुख हैं: रीइंबर्समेंट: इसमें यात्री एयरलाइन से टिकट का फुल पेमेंट ले सकता है। दूसरी फ्लाइट: फ्लाइट कैंसिल होने पर एयरलाइन दूसरी फ्लाइट मुहैया कराती है। इसके लिए यात्री से किसी भी प्रकार की अतिरिक्त चार्ज नहीं लिया जाता। खाना और रुकना:
अगर दूसरी फ्लाइट में देरी है तो एयरलाइन की जिम्मेदारी है कि वह यात्री को खाना और रुकने के लिए होटल आदि की व्यवस्था करे। इसके लिए भी कोई पैसा नहीं लिया जाता।