दिल्ली में सरकारी दफ्तर की बदली टाइमिंग... क्या ये बदलाव हमेशा के लिए है जरूरी?
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में बढ़ते एयर पल्यूशन को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है।सरकारी ऑफिस की टाइमिंग में दिल्ली सरकार ने बदलाव किया है। दिल्ली सरकार की इस पहल के साथ ही दिल्ली में सरकारी दफ्तरों की अलग-अलग टाइमिंग हो गई है। हालांकि केंद्र सरकार की टाइमिंग में कोई बदलाव नहीं है लेकिन एमसीडी और दिल्ली सरकार के दफ्तरों की टाइमिंग बदलने से तीन कैटेगिरी तैयार हो गई हैं।
एमसीडी के ऑफिस 8.30 से 5 बजे तक खुलेंगे। वहीं सेंट्रल गवर्नमेंट के ऑफिस पहले की ही तरह सुबह 9 से 5 होंंगे। वहीं दिल्ली सरकार के दफ्तरों की टाइमिंग 10 से 6.30 बजे होगी।दिल्ली में सरकारी दफ्तरों की टाइमिंग बदलने से हवा का रुख बदले या ना बदले, पल्यूशन कम हो ना हो, लेकिन ट्रैफिक जाम की समस्या का कुछ हद तक समाधान हो जाएगा। पल्यूशन को ध्यान में रखकर दफ्तरों की टाइमिंग में किए गए बदलावों को अगर स्थायी कर दिया जाए तो दिल्ली में सड़कों से पीक टाइम 'ट्रैफिक प्रेशर' गायब हो सकता है। मेट्रो में भी पीक ऑवर्स में काफी भीड़ रहती है उसमें भी थोड़ी राहत मिलेगी।
पहले भी हो चुकी है मांगदिल्ली-एनसीआर के कई सोशल एक्टिविस्ट ट्रैफिक जाम की समस्या को देखते हुए दिल्ली के सरकारी दफ्तरों की टाइमिंग बदलने की मांग सरकार के आगे पहले भी रख चुके हैं। लेकिन तब कुछ सुनवाई नहीं हुई। अब पल्यूशन के चलते ये बदलाव लागू हुए हैं। हालांकि ये बदलाव कुछ समय के लिए हों, लेकिन इन बदलावों से दिल्ली की ट्रैफिक व्यवस्था काफी हद तक सुधरेगी। इसका असर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम के ट्रैफिक सिस्टम पर भी पड़ेगा। क्या है बदलाव का मकसद? टाइमिंग को बदलने का मकसद है कि वाहनों की संख्या सड़कों पर कम हो और जब लोग ऑफिस के लिए निकलेंं, तो अलग-अलग समय होने के चलते वाहनों का दबाव सड़कों पर कम पड़े और प्रदूषण कम हो।
इससे पहले बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने प्राइमरी से पांचवी तक के स्कूल बंद कर दिए हैं और उनकी ऑनलाइन क्लासेस शुरू कर दी है।
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