IND vs AUS: पर्थ से चढ़ेगा BGT का पारा, जानें ओपनिंग टेस्ट से पहले भारत-ऑस्ट्रेलिया की मजबूती और कमजोरी
पर्थ: सर्द सुबह में रजाई के अंदर चाय की चुस्कियों के साथ क्रिकेट-जगत की सबसे बड़ी प्रतिद्वंदिता का आनंद लेने का समय आ गया है। इधर सर्दी धीरे-धीरे भारत को अपनी गिरफ्त में ले रही है वहीं दूसरी ओर बॉर्डर-गावसकर ट्रोफी के तहत पर्थ में आज से शुरू हो रहे पहले टेस्ट मैच के साथ ऑस्ट्रेलिया में पारा चढ़ने जा रहा है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने के लिए भारत को इस सीरीज में कम से कम 4-0 से जीत की दरकार होगी, वहीं दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया अपने घर पर भारत के खिलाफ पिछले दो सीरीज गंवाने के घाव को भरना चाहेगा। अगले करीब 47 दिन रोमांच अपनी हद पर खड़े होकर खेल-प्रेमियों को आनंदित करने को तैयार होगा। इस 'हाई प्रोफाइल' टेस्ट सीरीज से पहले एक नजर दोनों टीमों की मजबूती और कमजोरी पर। दोनों टीमों की मजबूती-कमजोरी
भारतीय ओपनिंग जोड़ी (यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल): टीम इंडिया की ओपनिंग जोड़ी के पास कौशल तो नजर आ रहा है, लेकिन यशस्वी के पास ऑस्ट्रेलिया में किसी भी फॉर्मेट में खेलने का कोई अनुभव नहीं है। केएल राहुल पिछले दिनों रन बनाने के लिए संघर्ष करते रहे हैं। इन परिस्थितियों में यशस्वी को एक छोर पर टिके रहने के साथ रन बनाने का माद्दा दिखाना होगा। इंटरनैशनल करियर में 18 पारियों में लेफ्ट आर्म पेसर से सामना होने पर यशस्वी ने आठ बार विकेट गंवाया है। उनके सामने यहां मिचेल स्टार्क का चैलेंज होगा। ऑस्ट्रेलिया की ओपनिंग जोड़ी (नाथन मैकस्वीनी, उस्मान ख्वाजा)
मेजबानों के पास भी जांची परखी ओपनिंग जोड़ी नहीं है। डेविड वॉर्नर के रिटायरमेंट के बाद से ही उस्मान ख्वाजा के ओपनिंग जोड़ीदार की तलाश जारी है। अनुभवी ख्वाजा 38 साल के होने जा रहे हैं और करियर की ढलान पर हैं वहीं उनका साथ देने आ रहे नाथन मैकस्वीनी का यह डेब्यू मैच होगा और वह पहली बार जसप्रीत बुमरा का सामना करेंगे। मैकस्वीनी एक मिडल ऑर्डर बल्लेबाज हैं, लेकिन ओपनर के तौर पर वह इंटरनैशनल डेब्यू करने जा रहे हैं। भारत का 2-3-4 (देवदत्त पडिक्कल, विराट कोहली, ऋषभ पंत):
भारतीय टॉप मिडल ऑर्डर पर दुनिया भर की निगाहें होंगी, जिसमें विराट कोहली और ऋषभ पंत शामिल हैं। विराट 2014 में ऑस्ट्रेलिया में ही ‘किंग कोहली’ बने जब उन्होंने चार शतक लगाए। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में खेले 13 टेस्ट में 54.08 औसत से कुल 352 रन बनाए हैं और इस दौरान छह शतक भी जड़े हैं। विराट फिलहाल अपनी फॉर्म के चरम पर नहीं हैं और उनके बल्ले से कई दिनों से कोई शतक नहीं निकला है। ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना बेस्ट देने वाले विराट का यह दौरा उनके टेस्ट करियर का एक 'टर्निंग पॉइंट' साबित हो सकता है। वहीं ऋषभ पंत का 'भूत' भी ऑस्ट्रेलियाई खेमे को परेशान कर रहा होगा। उन्होंने 2020-21 के दौरे पर ऐतिहासिक प्रर्दशन करते हुए सीरीज भारत के नाम करवाई थी। पंत ने ऑस्ट्रेलिया में 12 पारियों में 62.4 ऐवरेज से रन बनाए हैं और भारतीय बैटर्स में यह बेस्ट है। ऑस्ट्रेलिया का 2-3-4 (मार्नस लाबुशेन, स्टीव स्मिथ, ट्रेविस हेड)
मार्नश लाबुशेन और स्टीव स्मिथ लंबे समय से ऑस्ट्रेलियाई बैटिंग लाइन-अप की रीढ़ रहे हैं। लाबुशेन का करियर ऐवरेज 50 के करीब है, लेकिन पिछले दो साल में वह 30 से कम औसत से रन बना रहे हैं। वहीं स्मिथ भी अब 'रन मशीन' नजर नहीं आ रहे। मौजूदा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप चक्र में उनका औसत 36 के आसपास ही रहा है, जबकि उनके टेस्ट करियर औसत 56 से अधिक है। ट्रेविस हेड भारत के लिए अहम मुकाबलों में सिरदर्द साबित होते रहे हैं। यह बल्लेबाज अपनी अटैकिंग पारी से एक सेशन में ही मैच का रुख बदलने की ताकत रखता है। हालांकि भारत के लिए अच्छी बात यह है कि उनका भी औसत इस डब्ल्यूटीसी चक्र में 28 के करीब है। भारतीय लोअर मिडल ऑर्डर (ध्रुव जुरेल, नितीश कुमार रेड्डी)
टीम के टोटल को विशाल बनाने में लोअर मिडल ऑर्डर में अनुभव की जरूरत होती है और वो अनुभव भारत के पास नहीं होगा। यहां तीन टेस्ट पुराने ध्रुव जुरेल को संभवत: नितीश कुमार रेड्डी का साथ मिलेगा जो डेब्यू का इंतजार कर रहे हैं। नितीश एक फास्ट बोलिंग ऑलराउंडर हैं और ऑस्ट्रेलिया की बाउंसी पिचों पर काम आ सकते हैं। टीम मैनेजमेंट की मानें तो उनके अंदर लंबी पारी खेलने का टेंपरामेंट भी है। जुरेल ने अभी तक तीन टेस्ट में 63 से ज्यादा औसत से रन बनाए हैं और कुछ दिनों पहले ही ऑस्ट्रेलिया-ए के खिलाफ चार दिवसीय टेस्ट मैच की दो पारियों में दो अर्धशतक जड़कर विदेशी पिचों पर अपनी काबिलियत भी साबित की है। ऑस्ट्रेलियाई लोअर मिडल ऑर्डर (एलेक्स कैरी, मिचेल मार्श):
विकेटकीपर बल्लेबाज एलेक्स कैरी बैटिंग क्रम में छठे नंबर पर आ सकते हैं। तैंतीस वर्ष के कैरी ने इस सीजन में शेफील्ड शील्ड टूर्नामेंट में पहले चार दौर में सर्वाधिक 452 रन बनाए और उनका औसत 90 से ऊपर रहा। वह लय में हैं और टीम को एक छोर से स्थिरता दे सकते हैं। साथ ही पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ लंबी साझेदारी कर टीम को बड़े टोटल की तरफ ले जा सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के पास कैमरन ग्रीन नहीं और उनकी कमी को पूरी करने की जिम्मेदारी ऑलराउंडर मिचेल मार्श पर होगी। मार्श के प्रदर्शन में निरंतरता नहीं रही है जो टीम इंडिया के लिए अच्छी बात है। भारतीय बोलिंग अटैक (जसप्रीत बुमरा, मोहम्मद सिराज, आकाश दीप, रविचंद्रन अश्विन)
मौजूदा समय में जसप्रीत बुमरा बेस्ट टेस्ट पेसर हैं। उनके प्रदर्शन पर बहुत हद तक टीम इंडिया की सफलता तय होगी। उन्हें ज्यादा जिम्मेदारी उठानी होगी क्योंकि उनके अलावा पेस अटैक में मोहम्मद सिराज हैं, जिनका हालिया प्रदर्शन प्रभावशाली नहीं रहा है और आकाश दीप हैं जिन्हें भारत के बाहर टेस्ट मैच खेलने का कोई अनुभव नहीं है। बुमरा का ऑस्ट्रेलिया में रेकॉर्ड शानदार रहा है। उन्होंने वहां 14 पारियों में 21.24 ऐवरेज से 32 विकेट निकाले हैं। सिराज ने अपने पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीन टेस्ट में 13 विकेट लेकर अहम भूमिका निभाई थी। स्पिन डिपार्टमेंट में रविचंद्रन अश्विन खेलने के सबसे बड़े दावेदार हैं। ऑस्ट्रेलिया में पांच पारियों में तीन बार स्मिथ को आउट करने वाले लाबुशेन के खिलाफ भी सफल रहे हैं। ऑस्ट्रेलियाई बोलिंग अटैक (पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड, नाथन लियोन)
ऑस्ट्रेलिया के पास एक मजबूत पेस अटैक है जो हर टेस्ट में 20 विकेट लेने की धार रखता है। स्पिन डिपार्टमेंट नाथन लियोन संभालते हैं, जो अकेले ही विपक्षी टीम की नाक में दम करने के लिए काफी हैं। लियोन घरेलू मैदान पर ऋषभ पंत को पांच बार और विराट कोहली को तीन बार आउट कर चुके हैं। पैट कमिंस भी घर पर नौ पारियों में चार बार विराट को अपना शिकार बना चुके हैं। हालांकि पंत को आउट करने में वह अभी तक नाकाम रहे हैं। जोश हेजलवुड वो बोलर हैं जो पंत को परेशान कर सकते हैं। ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए अनुभवी पेसर मिचेल स्टार्क की गिरती फॉर्म चिंता का विषय है। साल 2021 से टेस्ट में उनका औसत 30 के करीब रहा है, वहीं साल 2018 से भारत के खिलाफ उनका औसत 40 का रहा है। साल 2000 से एक ही टेस्ट में दोनों टीम की अगुआई तेज गेंदबाज ने की
कप्तान (होम) कप्तान (अवे) वेन्यू सालशॉन पोलाक (SA) वकार यूनुस (PAK) केपटाउन 2003जेसन होल्डर (WI) सुरंगा लकमल (SL) ब्रिजटाउन 2018टिम साउदी (NZ) पैट कमिंस (AUS) वेलिंगटन 2024पैट कमिंस (AUS) जसप्रीत बुमरा (IND) पर्थ 2024 नंबर्स गेम
- 4 टेस्ट मैच खेले गए हैं पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में अभी तक और चारों में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने बाजी मारी है
- 6 विकेट 56 रन देकर लिए थे मोहम्मद शमी ने ऑप्टस पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2018 में। यह इस मैदान पर एक इनिंग्स में बेस्ट बोलिंग फिगर है
भारत: यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, देवदत्त पडिक्कल, विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ध्रुव जुरेल, नितीश कुमार रेड्डी, रविचंद्रन अश्विन, आकाश दीप, जसप्रीत बुमराह (कप्तान), मोहम्मद सिराज।ऑस्ट्रेलिया: उस्मान ख्वाजा, नाथन मैकस्वीनी, मार्नस लाबुशेन, स्टीव स्मिथ, ट्रेविस हेड, मिचेल मार्श, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस (कप्तान), नाथन लियोन, जोश हेजलवुड टेलिकास्ट:
सुबह 7.50 बजे से स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क, डीडी स्पोर्ट्स और हॉट स्टार पर
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