हनुमान जी का ऐसा मंदिर जहां 24 घंटे चलता है भंडारा, अगले 2025 तक है लंगर बुकिंग, दिल्ली से करीबन 5 घंटे दूर
जानकारी के अनुसार, भंडारे की बुकिंग 2025 तक की हो रखी है। मतलब श्रद्धालुओं पर बजरंग बली की नेमत इस कदर बरसती है कि यहां भंडारा कभी भी बंद ही नहीं होता, सालों साल लोगों को खाना खिलाया जाता है। अगर इतना सुनने के बाद आप भी यहां दर्शन करने का मन बना रहे हैं, तो पहले जान लेते हैं मंदिर के बारे में। (All photo credit: www.sidhbalibaba.com)
हर दिन लगा रहता है श्रद्धालुओं का तांता
कोटद्वार में स्थित श्री सिद्धबली धाम हिंदुओं की आस्था का केंद्र है। बजरंग बली जी के इस पौराणिक मंदिर का जिक्र स्कन्द पुराण में भी है। श्री सिद्धबली बाबा के दर्शन करने के लिए देश और विदेश से श्रद्धालु यहां आते हैं और मंदिर में मत्था टेककर अपनी मनोकामना मांगते हैं। बाबा अपने भक्तों को कभी भी निराश नहीं करते और इच्छा पूरी होने पर लोग यहां भंडारा करवाते हैं।
भंडारे की बुकिंग हो चुकी है अगले साल तक
भंडारे के आयोजन के लिए मंदिर समिति की ओर से बुकिंग होती है। भंडारा बुकिंग कांउटर के लोग बताते हैं कि रविवार, मंगलवार और शनिवार को यहां खास भंडारा किया जाता है। और हैरानी वाली बात ये है रविवार और मंगलवार के भंडारा आयोजन 2025 तक बुक हो गया है। शनिवार के भंडारे के लिए भी 2024 तक एडवांस बुकिंग हो चुकी है।
देश-विदेश से आते हैं भक्त
सिद्धबली मंदिर में दर्शन के लिए हर दिन श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। उत्तराखंड ही नहीं कई राज्यों से श्रद्धालु देश-विदेश से आकर यहां आकर मन्नत मांगते हैं। बिजनौर, मेरठ, दिल्ली व मुंबई के साथ ही कई अन्य क्षेत्रों से श्रद्धालु धाम पहुंचते हैं। कई एनआरआई भी हैं, जिनकी इच्छाएं पूरी होती हैं वो भी यहां भंडारा करवाते हैं। पवित्र सिद्धबली धाम कोटद्वार नगर से करीबन ढाई किमी दूर नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर है।
यहां शिवलिंग और शनि देव भी हैं विराजमान
कोटद्वार में श्री सिद्धबली मंदिर परिसर में शिवलिंग में भगवान शिव विराजमान हैं, वहीं शनि देव जी महाराज का भी मंदिर इस परिसर में स्थापित है। हाल ही में मंदिर में मां जगदंबा की भी प्रतिमा स्थापित की गई है।
कैसे पहुंच सकते हैं यहां
श्री सिद्धबली मंदिर तक जाने के लिए निजी वाहन से मंदिर तक यहां जा सकते हैं। इसके अलावा कोटद्वार के झंडा चौक से भी आसानी से तिपहिया वाहन भी मिल जाता है। देश की राजधानी दिल्ली के साथ ही देश के कई शहरों से कोटद्वार के लिए बस सुविधा भी हैं। साथ ही दिल्ली से रसेल के जरिए भी आसानी से कोटद्वार पहुंच सकते हैं।