क्या घर में कैश रखने पर 137% टैक्स देना अनिवार्य है? जानें इनकम टैक्स के नियम

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कैश रखने के नियम और इनकम टैक्स


घर में नकद रखने से संबंधित आयकर नियमों को लेकर अक्सर भ्रम की स्थिति बनती है। बहुत से लोग मानते हैं कि घर में रखी गई नकदी की कोई सीमा होती है या इसके लिए विशेष टैक्स नियम होते हैं। खासकर जब अचानक बड़ी रकम घर में मिलती है, तो यह सवाल उठता है कि क्या उस पर टैक्स देना होगा या नहीं।


इस लेख में हम सरल भाषा में जानेंगे कि अगर घर में कैश की लिमिट से अधिक राशि पाई जाती है तो 137 प्रतिशत टैक्स चुकाना होगा

का दावा कितना सही है, इनकम टैक्स के नियम क्या हैं, और कैश रखने तथा कैश लेन-देन की क्या सीमाएं हैं।


परिचय

आज के डिजिटल युग में, जहां अधिकांश लेन-देन ऑनलाइन होते हैं, फिर भी नकद (कैश) का महत्व कम नहीं हुआ है। कई लोग अपने घर में बड़ी मात्रा में नकद रखते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनकम टैक्स विभाग इस पर कैसे नजर रखता है? क्या सच में घर में 137 प्रतिशत टैक्स लग सकता है? क्या कैश रखने की कोई सीमा है? और यदि कैश का स्रोत स्पष्ट नहीं होगा तो क्या कार्रवाई हो सकती है? इन सभी सवालों के जवाब इस लेख में विस्तार से मिलेंगे।


आइए सबसे पहले समझते हैं कि इनकम टैक्स नियमों के अनुसार घर में कैश रखने और कैश लेन-देन पर क्या सीमाएं और नियम लागू होते हैं।


आयकर नया नियम 2025

इनकम टैक्स विभाग के नियमों के अनुसार, आप घर में जितनी चाहें नकद राशि रख सकते हैं। कोई निश्चित सीमा नहीं है कि आप कितनी नकदी घर में रख सकते हैं। लेकिन यदि कभी इनकम टैक्स विभाग या अन्य जांच एजेंसी आपके घर से बड़ी रकम नकद बरामद करती है, तो आपको उस रकम का स्रोत स्पष्ट करना होगा। यदि आप स्रोत स्पष्ट नहीं कर पाएंगे, तो उस रकम को अनावश्यक आय (अज्ञात आय)

माना जाएगा और उस पर भारी टैक्स और जुर्माना लग सकता है।


137 प्रतिशत टैक्स का क्या मतलब है?

यह दावा कि घर में मिली नकद राशि पर 137 प्रतिशत टैक्स देना होगा, पूरी तरह से गलत नहीं है, लेकिन इसे समझना जरूरी है। दरअसल, यदि कोई व्यक्ति अपनी नकद राशि का स्रोत साबित नहीं कर पाता, तो उस पर आयकर के साथ-साथ पेनल्टी और सजा भी लग सकती है जिससे कुल टैक्स और जुर्माना 137 प्रतिशत तक पहुंच सकता है। इसका मतलब यह है कि मूल रकम के ऊपर लगभग 37 प्रतिशत अतिरिक्त टैक्स और जुर्माना भरना पड़ सकता है। यह नियम मुख्य रूप से ब्लैक मनी (Black Money)

को पकड़ने के लिए बनाया गया है।


नियम और जरूरी बातें विषय नियम और जानकारी
घर में कैश रखने की सीमा कोई तय सीमा नहीं, जितनी चाहें रख सकते हैं, लेकिन स्रोत स्पष्ट होना जरूरी है।
नकद बरामद होने पर कार्रवाई स्रोत न बताने पर अघोषित आय माना जाएगा और 137% तक टैक्स और पेनल्टी लग सकती है।
बैंक से कैश निकासी एक बार में ₹50,000 से अधिक नकद निकासी पर PAN कार्ड दिखाना अनिवार्य।
सालाना कैश जमा/निकासी सीमा ₹20 लाख से अधिक नकद जमा या निकासी पर PAN और आधार कार्ड दिखाना जरूरी।
कैश लेन-देन की सीमा एक दिन में ₹2 लाख से अधिक कैश ट्रांजैक्शन पर प्रतिबंध (सेक्शन 269ST के तहत)।
कैश लेन-देन पर जुर्माना ₹2 लाख से अधिक कैश लेने पर जुर्माना, और कई मामलों में इनकम टैक्स नोटिस का खतरा।
कैश से संपत्ति खरीदना ₹30 लाख से अधिक की नकद संपत्ति खरीद-बिक्री पर जांच हो सकती है।
बड़े कैश ट्रांजैक्शन पर TDS ₹1 करोड़ से अधिक नकद निकासी पर 2% TDS कटौती लागू।

मुख्य बातें
  • कैश घर में रखना अपराध नहीं है लेकिन उसका स्रोत साबित करना जरूरी है।
  • यदि आप टैक्स रिटर्न भरते हैं और आय का पूरा हिसाब रखते हैं, तो चिंता की कोई बात नहीं।
  • यदि जांच में कैश की राशि का स्रोत स्पष्ट नहीं होगा, तो भारी जुर्माना और टैक्स भरना पड़ सकता है।
  • बैंकिंग नियमों के अनुसार ₹50,000 से अधिक की नकद निकासी पर PAN कार्ड दिखाना जरूरी है।
  • एक दिन में ₹2 लाख से अधिक नकद लेने या देने पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 269ST के तहत जुर्माना लग सकता है।
  • बड़े कैश ट्रांजैक्शन पर सरकार की नजर रहती है, इसलिए डिजिटल या बैंकिंग माध्यम से लेन-देन करना बेहतर होता है।

सारांश नियम/स्थिति विवरण
घर में कैश रखने की कोई सीमा नहीं आप जितनी चाहें नकद रख सकते हैं, लेकिन स्रोत बताना जरूरी है।
कैश का स्रोत न बताने पर कार्रवाई 137% तक टैक्स और जुर्माना लग सकता है।
बैंक में कैश जमा/निकासी पर नियम ₹50,000 से ऊपर निकासी पर PAN दिखाना अनिवार्य। ₹20 लाख से ऊपर सालाना जमा/निकासी पर PAN और आधार दिखाना जरूरी।
कैश लेन-देन की सीमा एक दिन में ₹2 लाख से अधिक कैश ट्रांजैक्शन पर प्रतिबंध।
कैश से संपत्ति खरीदने पर जांच ₹30 लाख से अधिक नकद संपत्ति खरीद-बिक्री पर जांच हो सकती है।
बड़े कैश ट्रांजैक्शन पर TDS ₹1 करोड़ से अधिक नकद निकासी पर 2% TDS कटौती।

जुड़ी जरूरी बातें
  • कैश रखने पर कोई टैक्स नहीं जब तक आप उसका स्रोत सही तरीके से बता सकें।
  • अघोषित आय पर टैक्स और जुर्माना लग सकता है, जो कुल मिलाकर 137% तक हो सकता है।
  • बड़ी नकद रकम के लेन-देन पर पैन और आधार दिखाना जरूरी है।
  • सेक्शन 269ST के तहत एक दिन में ₹2 लाख से अधिक कैश लेने या देने पर जुर्माना हो सकता है।
  • डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देना सरकार की प्राथमिकता है इसलिए कैश ट्रांजैक्शन कम करना बेहतर है।

निष्कर्ष

घर में कैश रखना पूरी तरह से गैरकानूनी नहीं है, लेकिन इनकम टैक्स विभाग की नजर में कैश का स्रोत साफ होना जरूरी है। यदि आप टैक्स रिटर्न भरते हैं और अपनी आय का पूरा हिसाब रखते हैं, तो आपको कोई दिक्कत नहीं होगी। 137 प्रतिशत टैक्स का नियम केवल तब लागू होता है जब आप बड़ी नकद राशि का स्रोत साबित नहीं कर पाते और वह राशि अघोषित आय मानी जाती है।


इसलिए, घर में नकद रखने से पहले या बड़ी रकम मिलने पर उसका पूरा रिकॉर्ड रखें और टैक्स नियमों का पालन करें। साथ ही, बड़े कैश ट्रांजैक्शन से बचें और संभव हो तो डिजिटल माध्यम से लेन-देन करें।