BCCI की सख्त हिदायतों के बावजूद हार्दिक पंड्या का टेस्ट क्रिकेट से दूरी बनाए रखना

BCCI ने भारतीय क्रिकेट में सुधार लाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। सभी खिलाड़ियों को निर्देश दिया गया है कि वे बीसीसीआई के नियमों का पालन करें और खाली समय में घरेलू क्रिकेट में भाग लें।
जो खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में भाग नहीं लेंगे, उन्हें टीम से बाहर किया जा सकता है। हालांकि, एक खिलाड़ी ऐसा है जो इन नियमों का पालन नहीं कर रहा है, और बीसीसीआई ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है।
BCCI के नियमों की अनदेखी करने वाला खिलाड़ी BCCI के नियमों को ताक पर रख रहा है ये खिलाड़ी
BCCI ने सभी खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में भाग लेना अनिवार्य किया है, लेकिन हार्दिक पंड्या इस नियम का पालन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने इस साल केवल विजय हज़ारे और सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट में भाग लिया है, जबकि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनकी अनुपस्थिति है।
टेस्ट क्रिकेट में भागीदारी की कमी टेस्ट क्रिकेट में भी नहीं लेते हैं हिस्सा
हार्दिक पंड्या, जो भारतीय क्रिकेट के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक हैं, पिछले कुछ वर्षों से टेस्ट क्रिकेट से दूर हैं। उन्होंने आखिरी बार 2018 में टेस्ट मैच खेला था और खराब फिटनेस के कारण उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भाग लेने से मना कर दिया था।
हालांकि, 2020-21 की बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज के दौरान जब उनसे टेस्ट खेलने के लिए कहा गया, तो उन्होंने कहा कि वे इस प्रारूप में भाग लेने के इच्छुक नहीं हैं। उन्होंने अपनी फिटनेस का हवाला देते हुए कहा कि अगर वे टेस्ट क्रिकेट में खेलेंगे, तो उन्हें फिर से चोट लग सकती है।
हार्दिक पंड्या के टेस्ट आंकड़े इस प्रकार के हैं आकड़े
हार्दिक पंड्या के टेस्ट क्रिकेट में आंकड़े काफी प्रभावशाली रहे हैं। उन्होंने अब तक 11 टेस्ट मैचों में 18 पारियों में 31.29 की औसत से 532 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और चार अर्धशतक शामिल हैं। गेंदबाजी में, उन्होंने 17 विकेट भी लिए हैं।