Cyber Crime : 4 नंबर दबाए और साइबर फ्रॉड को सिखा दिया सबक, आप भी बच सकते हैं ठगी से, जानिए कैसे
सीतामढ़ी: साइबर अपराधियों से हर कोई परेशान है। आमजन से लेकर राजनेता और अफसर भी साइबर अपराधियों के चंगुल में फंसते रहे हैं। लोग प्रतिदिन साइबर फ्रॉड के शिकार होते हैं। पुलिस लोगों को बराबर जागरूक भी करती रहती है। बैंक वाले भी अपने ग्राहकों को किसी को ओटीपी समेत अन्य चीजें शेयर नही करने की सलाह/नसीहतें देते रहते हैं। फिर भी लोग लालच एवं अन्य कारणों से लोग साइबर ठगों के बुने जाल में फंस ही जाते हैं।
अब तो ठगी के इतने मामले सामने आने लगे हैं कि सरकार को हर जिले में एक साइबर थाना खोलना पड़ा है। शिकायत के लिए पोर्टल लांच सीतामढ़ी जिला पुलिस द्वारा साइबर ठगों से लोगों को बचाने के लिए बराबर जागरूक किया जाता है। तरह- तरह के सुझाव दिए जाते है। पिछले महीने जिला पुलिस ने एक संदेश जारी किया था। मैसेज ये था कि साइबर ठग से अगर वाट्सएप पर कोई फर्जी कॉल या मैसेज आए तो सीधे "चक्षु" पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा दें। इसी पोर्टल पर वित्तीय धोखाधड़ी की भी शिकायत की जा सकती है। जिला पुलिस ने कहा था कि साइबर ठगी में प्रयुक्त बैंक खाते/पेमेंट वॉलेट/सिम, मोबाइल नंबर/गैस/बिजली कनेक्शन/केवाईसी अपडेट/डेबिट कार्ड एक्सपायरी/ फर्जी सरकारी अधिकारी के रूप में कॉल से संबंधित शिकायत चक्षु पोर्टल पर की जा सकती है।
4 नंबर दबाए और साइबर अपराधी को सिखाया सबकताजा मामला रून्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के रून्नीसैदपुर उत्तरी पंचायत का है, जहां के अजय गुप्ता के पुत्र रितेश कुमार से साइबर अपराधियों ने 45 हजार रूपये की ठगी कर ली। इस बाबत प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई। प्राथमिकी के अनुसार, साइबर फ्रॉड द्वारा अपने मोबाइल नंबर 7679779895 से रितेश के मोबाइल पर कॉल किया गया। उस कॉल पर रितेश और साइबर फ्रॉड के बीच इंस्टाग्राम आइडी देने की डील हुई। इसके बाद रितेश के द्वारा साइबर फ्रॉड के खाते में यूपीआई के माध्यम से 45 हजार रुपया भेजा गया।
फिर साइबर फ्रॉड का उपरोक्त मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। तब रितेश को साइबर फ्रॉड द्वारा ठगी किये जाने की आशंका हुई। उसने 1930 नंबर पर कॉल कर सारी जानकारी दी। इसके बाद फ्रॉड के खाते में मौजूद 43 हजार रूपये को होल्ड कर दिया गया। सिर्फ 4 नंबर यानी 1903 दबा रितेश ने अपनी कमाई बचा ली। 1930 पर भी शिकायत करेंइधर, साइबर पुलिस के द्वारा पूर्व में साइबर ठगी का शिकार होने पर 1930 पर शिकायत करने की सलाह दी जाती है। बहुत सारे लोग उक्त नंबर पर शिकायत कर लाभ प्राप्त कर चुके हैं। पिछले माह तक साइबर थाना पुलिस ने बैंकों से तालमेल बैठाकर 75 लाख 13 हजार 322 रूपये होल्ड कर दिया था।
इतना ही नहीं, साइबर थाना 100 से अधिक फर्जी फेसबुक अकाउंट को बंद करा चुका है। करीब 500 फर्जी मोबाइल नंबर को भी बंद कराया गया है। साइबर थाना खुलने से पूर्व साइबर ठगी की शिकायत लोग थानों में करते थे, जहां पुलिस पहले मामला दर्ज कर कार्रवाई करने के बजाए नसीहत ही देती थी। ढेरों सवाल पूछती थी। इस तरह से सवालों की बौछार करने वाली पुलिस कुछ दिनों के बाद यह कहकर उक्त मामले की फाइल बंद कर देती थी कि यह तो साइबर फ्रॉड का मामला है। जांच और रिकॉवरी बड़ा कठिन है। खैर ! अब लोगों को इस झंझट से मुक्ति मिल गई है।
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