गुलाबी रंग से सराबोर एक अनोखा टीवी स्टेशन जिसके रिपोर्टर हैं ख़ास
ये एक ऐसा टीवी चैनल है, जिसमें लर्निंग डिसेबिलिटी का सामना कर रहे लोग काम करते हैं. ये या तो ऑटिस्टिक हैं या वो लोग हैं जिन्हें सीखने में दिक्कत होती है.
टीवी बीआरए के नए स्टूडियो का रंग गहरा गुलाबी है. ये चौंकाने वाली बात इसलिए नहीं है क्योंकि टीवी स्टेशन के दो रिपोर्टर्स एमिली एन रीडल और पीटर ब्योर्कमो का ये पसंदीदा रंग है.
रिडेल ने गुलाबी ही रंग की टॉप भी पहन रखी है.
वो मुझसे हंसते हुए कहती हैं, "मेरे तो बाल भी गुलाबी थे, लेकिन मैं एक रिपोर्टर हूं और मुझे सहज दिखना था इसलिए मुझे इससे छुटकारा पाना पड़ा."
BBC बीबीसी हिंदी के व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ने के लिएहर हफ़्ते मनोरंजन से लेकर खेल तक को कवर करते हुए एक घंटे का न्यूज़ प्रोग्राम बनाते हैं.
ये नॉर्वे के एक प्रमुख स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म, टीवी2 प्ले के साथ-साथ टीवी बीआरए के अपने ऐप और वेबसाइट पर प्रसारित किया जाता है.
इस शो को सरल नॉर्वेजियन भाषा में पेश किया जाता है और ये मेनस्ट्रीम की समाचार रिपोर्टों की तुलना में धीमा है, जिससे इसको समझना बहुत आसान हो जाता है.
इसको हर हफ्ते 4,000 से 5,000 लोग इसे देखते हैं. स्टेशन के 10 रिपोर्टर देश भर में फैले हुए हैं, जहां वे स्थानीय समाचार संवाददाताओं के रूप में काम करते हैं.
रिडेल को डाउन सिंड्रोम है. वो समुद्र तटीय शहर स्टैवेंगर में रहती हैं. उन्हें अपने व्यक्तित्व को नियंत्रित करना सीखना पड़ा है.
रीडेल ने कहा, "मुझे यहां स्क्रिप्ट का पालन करना है, न कि अपने जीवन के बारे में बात करनी है, जब यहां काम करती हूं तो मुझे बहुत पेशेवर होना पड़ता है."
रिडेल वर्षों से स्टेशन में काम कर रही हैं लेकिन कुछ चीजें अब भी उनके लिए अनूठी है, जैसे कि वह कैमरे के सामने जाने से पहले मसकारा लगाती हैं. उनका मानना है कि इससे उनकी पलकें भारी हो जाती हैं.
रिडेल मुझे मुस्कुराते हुए कहती हैं, "मुझे खूबसूरत दिखने के लिए इसकी ज़रूरत नहीं, मेरे पास अंदर और बाहर दोनों की खूबसूरती है."
इस बात पर स्टेशन की प्रबंध संपादक और वर्तमान में मेकअप आर्टिस्ट कैमिला क्वालहेम मुस्कुराती हैं और कहती हैं, "हाँ यह सही है, लेकिन स्टूडियो में, भारी रोशनी और सब कुछ के साथ, आप पीले दिखते हैं"
क्वालहेम और एक छोटा तकनीकी दल जो कि विकलांग नहीं है, वो रिपोर्ट्स का संपादन करते हैं.
हालांकि, रीडेल और उनके सहकर्मी को सीखने संबंधित चीजों में हल्की दिक्कतें हैं. वे अच्छी अंग्रेजी बोल सकते हैं और बिना सहायता के यात्रा कर सकते हैं लेकिन फिर भी कुछ चीजों की चुनौतियां हैं.
मैं देखता हूं कि टीम एक नए टेलीप्रॉम्पटर के साथ पकड़ बनाने की कोशिश कर रही है. प्रेजेंटर्स को अक्सर अच्छी टेक के लिए एक पंक्ति को कई बार पढ़ना पड़ता है.
क्वालहेम कहती हैं "कभी-कभी ये मुश्किल हो जाता है, कहने में कि टेलीप्रॉम्पटर में क्या है, जिससे हमें वो बार-बार करना पड़ता है".
क्वालहेम को टीम के उन सदस्यों को जॉब की ट्रेनिंग भी देनी होती है, जिन्होंने यूनिवर्सिटी में पत्रकारिता की पढ़ाई नहीं की है.
जैसा कि ये बताया गया है कि सीखने की अक्षमता वाले लोगों को अगर आप उनके कौशल बढ़ाने वाली फ़ीडबैक नहीं देते हैं, बस उनकी तारीफ करते रहते हैं तो इससे उन्हें अपने चीजों को ठीक करने में समस्याएं आती हैं. यहां वैसा नहीं है.
क्वालहेम कहती हैं, "अगर हम चाहते हैं कि दर्शक हमें देखें, तो हमें पेशेवर दिखना होगा, अगर उन्हें संवाददाताओं और पत्रकारों के रूप में सम्मानित किया जाना है तो उन्हें अन्य समाचार संगठनों के नैतिक मानकों का पालन करने की आवश्यकता है."
टीवी बीआरए की शुरुआत एक दशक से भी पहले हुई थी.
क्वालहेम बर्गन में एक आवासीय देखभाल गृह में सीखने की अक्षमता वाले लोगों की शिक्षक थीं, तभी उन्होंने अपने फिल्म निर्माण के जुनून को आगे बढ़ाने का फ़ैसला लिया.
इस दौरान उन्होंने पाया कि कैमरे से उनके और जिन लोगों के साथ वो काम कर रही हैं, उनके साथ समीकरण बदल सा जाता है.
वो कहती हैं कि कैमरे के साथ मैंने जाना कि इन लोगों के पास दुनिया के बारे में काफी कुछ कहने को है और मैं इस तरह से इस काम को और आगे बढ़ाने में दिलचस्पी लेने लगी.
अब ये एक बढ़िया स्टूडियो के साथ नेशनल नेटवर्क है. हालांकि वो ये भी मानती हैं कि उनके रिपोर्टर्स को उतना वेतन नहीं मिलता है जैसा कि बाकी इसी तरह के नेटवर्क में मिलता है.
इस नेटवर्क को सरकारी फ़ंडिंग हासिल है. उन्हें शो से जो कमाई होती है वो पर्याप्त नहीं है.
किसी भी दूसरे देश की तरह नॉर्वे में भी सीखने की क्षमता में परेशानियों वाले लोगों को नौकरी मिलने की दर कम है.
ऐसे में इनका न्यूज़ को समझ पाना इस पूरी कम्युनिटी को अपने मुद्दों को लेकर अभियान चलाने को लेकर सशक्त करता है.
ये भी पढ़ेंपेटर ब्योर्कमो की एक हालिया रिपोर्ट के बारे में बात करें तो उन्होंने अधिक गंभीर सीखने की अक्षमता वाली एक महिला से मुलाक़ात की, जो ट्रोंडहेम में आश्रय आवास में रहती हैं.
एक नियम के अनुसार, उस महिला को कहा गया था कि उन्हें ख़रीदारी के लिए ऑनलाइन जाना होगा लेकिन वो ऐसा नहीं कर सकती थीं.
क्योंकि वो अच्छी तरह बोल ही नहीं पाती हैं. उनके लिए ऑनलाइन ख़रीदारी करना बहुत ही मुश्किल था. उन्हें मदद की ज़रूरत थी.
क्वालहेम का कहना है कि ब्योर्कमो की रिपोर्ट को दर्शकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली, लेकिन स्थानीय सरकार ने अपने नियम में बदलाव नहीं किया था.
एक और रिपोर्टर आंद्रे होफ्सो ने सहमति जताते हुए कहा, "टीवी बीआरए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि हम विकलांग लोगों के बारे में बात कर रहे हैं और वास्तविक जीवन में हमारे अधिकार क्या हैं."
होफ्सो ओस्लो में पत्रकारिता करते हैं और वो टीवी बीआरए से जुड़ने से पहले ही लोकप्रिय थे. 2013 की फ़िल्म डिटेक्टिव डाउन्स में उन्होंने भूमिका निभाई थी.
2021 में संसदीय चुनाव से पहले आंद्रे को फिर से जासूस वाली छवि में आना पड़ा, लेकिन इस बार काम कुछ अलग था. इस बार उन्हें अपने अनोखे मजाकिया लहजे में नेताओं से सवाल पूछना था.
इसी तरह के एक दृश्य में वो किसी जासूस की तरह ओस्लो में संसद भवन के बाहर एक बेंच पर बैठे हुए समाचार पत्र पढ़ने का नाटक करते हुए दिखते हैं.
इसमें तत्कालीन लेबर पार्टी के नेता जोनस गार स्तोर भवन से बाहर निकलते हुए दिखते हैं. इसी दौरान उन पर नज़र रख रहा एक व्यक्ति जाल फेंककर उन्हें पकड़ लेता है.
इसके बाद वो दिखते हैं, जिसमें ऐसा दृश्य है कि जैसे उनसे पूछताछ होने वाली है. उन्हें दुखी विकलांग लोगों की तस्वीरें दिखाई जाती है और कहा जाता है कि हम भी दूसरे लोगों की तरह ही अधिकार चाहते हैं.
उनसे पूछा जाता है- अगर हम आपको प्रधानमंत्री के रूप में चुनें तो आप हमारे लिए क्या करेंगे?
इसके बाद स्तोर विकलांग लोगों के लिए अपनी नीतियां बताते हैं.
ये भी पढ़ेंटीवी बीआरए एकमात्र ऐसा टीवी स्टेशन नहीं है, जो सीखने में अक्षम लोगों द्वारा प्रस्तुत किया जाता है.
आइसलैंड और डेनमार्क में भी इसी तरह के कार्यक्रम मौजूद हैं. इस बीच स्लोवेनिया, हॉलैंड और कई अन्य देश ऐसी सेवा ला रहे हैं. हालांकि ये शो सीखने की अक्षमता वाले लोगों द्वारा प्रस्तुत नहीं किया जाता है.
टीवी बीआरए के दर्शकों के लिए इस तरह की सेवा आवश्यक है.
स्टेशन की एक प्रशंसक ऐनी-ब्रिट एकेरहोवड कहती हैं, "मुझे लगता है कि यह टीवी स्टेशन हमारे समुदाय के लिए वास्तव में महत्वपूर्ण है. वे वाकई आसान तरीके से समझाते हैं."
एकेरहोवड को भी लर्निंग डिसेबिलिटी है. स्टेशन के एक अन्य प्रशंसक एस्पेन गिएर्टसन कहते हैं, "इसमें कुछ खास है, वे एक नए तरीके से टीवी बना रहे हैं".
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
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