भारत बनाम बांग्लादेश टेस्ट: ये पाँच बांग्लादेशी खिलाड़ी जो भारत के लिए होंगे ख़तरनाक
नजमुल हुसैन शांटो की कप्तानी में बांग्लादेश की टीम एक ख़्वाब के साथ भारत आई है.
अब तक 13 टेस्ट मैचों में 11 हार और एक भी जीत न मिलने के बाद बांग्लादेश टीम पहली बार भारत के ख़िलाफ़ जीत दर्ज करने की कोशिश करेगी.
पाकिस्तान को उन्हीं की ज़मीन पर दो टेस्ट मैचों की सिरीज़ में हराने के बाद टीम का हौसला बढ़ा हुआ है.
नवंबर 2000 में भारत और बांग्लादेश के बीच ढाका में पहला टेस्ट खेला गया था. सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत ने मेज़बान टीम को नौ विकेट से हराया था.
BBC बीबीसी हिंदी के व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करेंएक पूर्व क्रिकेटर ने कहा था कि बांग्लादेश की टीम तब तक भारत को हरा नहीं सकती जब तक कि उनके गेंदबाज़ मैच में 20 विकेट लेने की क्षमता हासिल नहीं कर लेते.
भारत के ख़िलाफ़ 13 टेस्ट मैच में अभी तक बांग्लादेश के गेंदबाज़ 20 विकेट नहीं ले पाए हैं. बल्कि भारत को छह टेस्ट में दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करने की नौबत ही नहीं आई.
लेकिन क्या आज के संदर्भ में भी यह बात कही जा सकती है? ख़ासकर जब बांग्लादेश की टीम पाकिस्तान को हरा कर यहाँ आई है.
पिछले दिसंबर में बांग्लादेश ने न्यूज़ीलैंड के साथ सिरीज़ 1-1 से बराबरी पर ख़त्म की थी. लेकिन उसके बाद टीम श्रीलंका में दो टेस्ट की सिरीज़ 0-2 से हार गई थी.
मुशफ़िकुर रहीमपाकिस्तान में चमत्कारिक जीत के बावजूद शक्तिशाली भारतीय टीम के सामने इस बार भी बांग्लादेश का ख़्वाब पूरा होता हुआ मुमकिन तो नज़र नहीं आता. साल 2013 से भारत ने अपनी पिचों पर 40 टेस्ट मैच जीते हैं और सिर्फ़ एक में हार हुई है.
बांग्लादेश की मौजूदा टीम में खिलाड़ी ऐसे हैं, जिन पर भारतीय टीम के रणनीतिकार नज़र बनाए हुए होंगे.
बांग्लादेश के मध्य क्रम में दो सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं- मुशफ़िकुर रहीम और शाक़िब अल हसन.
टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी मुशफ़िकुर रहीम स्टंप के पीछे या सामने मज़बूती से डटे रहने की क्षमता रखते हैं.
उनके पास 94 अंतरराष्ट्रीय मैच में कप्तानी का अनुभव है. भारत के ख़िलाफ़ उनका रिकॉर्ड अच्छा रहा है और पाकिस्तान में शानदार प्रदर्शन के बाद वे अच्छे फ़ॉर्म में हैं.
मुशफ़िकुर ने पाकिस्तान के विरुद्ध दो टेस्ट की तीन पारियों में 108 की औसत से 216 रन बनाए थे. पहले टेस्ट में 191 रन की पारी खेली थी.
पिछले दो साल में मुशफ़िकुर ने 50.53 की औसत से 657 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक शामिल हैं. भारत उन्हें जल्दी रोकना चाहेगा, नहीं तो वे मैच को अपने पाले में ले जा सकते हैं.
लिटन दास Getty Images लिटन दास ने पाकिस्तान में दो पारियों में 194 रन बनाए थेटीम के दूसरे विकेटकीपर लिटन दास को आप एक हिम्मती बल्लेबाज़ कह सकते हैं जो विपरीत परिस्थितियों में रन बनाने की क़ाबिलियत रखते हैं.
अगर सभी फॉर्मैट की बात करें तो भारत के साथ मैचों में उनका प्रदर्शन हमेशा अच्छा रहा है. भारतीय गेंदबाज़ लिटन के जल्द आउट करना चाहेंगे ताकि वो बड़ी पारी नहीं खेल पाएं.
लिटन दास ने पाकिस्तान में दो पारियों में 194 रन बनाए, जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल थे. लिटन ने दूसरे टेस्ट में 138 रन की पारी खेली थी और मैन ऑफ़ द मैच रहे थे.
पिछले दो सालों से उनके प्रदर्शन पर नज़र दौड़ाएं तो लिटन ने आठ टेस्ट में 543 रन बनाए हैं.
संभवतः आज के समय में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर माने जाने वाले शाक़िब अल हसन बल्ले और गेंद दोनों से भारत को परेशान कर सकते हैं.
साथ ही उनके पास क़रीब 17 साल का अनुभव है, जो मेज़बान टीम के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है. शाक़िब बांग्लादेश के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खिलाड़ियों में से एक हैं.
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 14 हज़ार से ज़्यादा रन और 700 से ज़्यादा विकेट लिए हैं. शाक़िब ने पाकिस्तान में तीन पारियों में 38 रन बनाने के साथ पाँच विकेट भी लिए थे.
हालाँकि ये आँकड़े उनकी क्षमता के साथ न्याय नहीं करते. पिछले दो साल में शाक़िब ने छह टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें 32.44 की औसत से 292 रन बनाए हैं और 17 विकेट लिए हैं.
भारत के ख़िलाफ़ उन्होंने आठ टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें 21 विकेट लिए हैं और 376 रन बनाए हैं.
हाल ही में काउंटी चैम्पियनशिप में सरे के लिए समरसेट के ख़िलाफ़ एक मैच में उन्होंने नौ विकेट लेकर साबित किया कि उनमें अभी क्रिकेट बाक़ी है.
उनकी आक्रामक बल्लेबाज़ी और सटीक गेंदबाज़ी से भारतीय टीम ज़रूर सावधान रहेगी.
मेहदी हसन मिराज़ Getty Images 26 साल के मिराज़ ने अपने ऑफ़ ब्रेक से पाकिस्तानी बल्लेबाज़ों को ख़ासा परेशान कियाएक समय शाक़िब अल हसन के उत्तराधिकारी माने जाने वाले मेहदी हसन मिराज़ को भारत की घुमावदार पिचें भा सकती हैं. उनकी गेंदों पर अच्छे से अच्छे बल्लेबाज़ चकमा खा चुके हैं.
26 साल के ऑलराउंडर मिराज़ ने अपने ऑफ़ ब्रेक से पाकिस्तानी बल्लेबाज़ों को ख़ासा परेशान किया था.
मिराज़ ने चार पारियों में 10 विकेट लिए और बांग्लादेश के सफल गेंदबाज़ साबित हुए.
उन्होंने 155 रन भी बनाए. पिछले दो साल में 10 टेस्ट में 536 रन और 39 विकेट उनकी प्रतिभा का बयान कर रहे हैं.
उनकी बल्लेबाज़ी में निखार आया है. भारतीय बल्लेबाज़ उनके ख़िलाफ़ आक्रामक रुख़ अख़्तियार कर सकते हैं या उन्हें बाहर खेलने की रणनीति अपना सकते हैं.
भारतीय स्पिनिंग ट्रैक पर ताइजुल इस्लाम भी ख़तरनाक साबित हो सकते हैं.
लेफ़्ट आर्म स्पिनर ताइजुल भारत के ख़िलाफ़ पिछली सिरीज़ में सबसे कामयाब गेंदबाज़ रहे थे.
दो टेस्ट की चार पारियों में आठ शिकार बनाए थे. उनके विकेट में विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा, केएल राहुल, शुभमन गिल, कुलदीप यादव और उमेश यादव शामिल थे.
पुजारा और गिल को तो उन्होंने दो-दो बार आउट किया था. पिछले दो साल में ताइजुल ने आठ टेस्ट मैच में 37 विकेट लिए हैं.
तस्कीन अहमद Getty Images तस्कीन अहमद डेड विकेट पर भी तेज़ गेंदबाज़ी करने के लिए जाने जाते हैंतस्कीन अहमद डेड विकेट पर भी तेज़ गेंदबाज़ी करने के लिए जाने जाते हैं. तस्कीन ने पाकिस्तान में तीन पारियों में चार विकेट लिए थे.
2021 में इंजरी से वापसी के बाद तस्कीन अनुशासित और सटीक गेंदबाज़ के तौर पर उभरे हैं. एलन डॉनल्ड भी उनकी तारीफ़ कर चुके हैं.
हालाँकि पिछले दो साल में तस्कीन तीन ही टेस्ट खेल पाए हैं, जिनमें नौ विकेट चटकाए हैं. भारत के साथ उन्होंने एक ही टेस्ट मैच खेला है, जिसमें तीन विकेट लिए थे.
रोहित शर्मा की टीम नई गेंद के साथ उनसे सावधान रहेगी, ख़ास तौर पर टेस्ट के पहले दिन.
पिछले तीन साल में भारतीय बल्लेबाज़ों का स्पिन के ख़िलाफ़ प्रदर्शन थोड़ा नीचे गया है.
ऐसे में शाक़िब अल हसन, ताइजुल इस्लाम और मेहदी हसन मिराज़ बांग्लादेश के लिए अहम साबित हो सकते हैं. बांग्लादेश के कोच चंडिका हाथुरूसिंघा अपनी टीम को बेहद संतुलित बता रहे हैं.
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