1 नवंबर से बदलने जा रहे ये 6 बड़े नियम: LPG से लेकर Credit Card तक, जेब पर पड़ेगा सीधा असर

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Rule Change: नवंबर का महीना शुरू होने में कुछ ही दिन शेष है। हर माह की तरह नवंबर में भी कई बड़े बदलाव होने जा रहे है। 11वें महीने की पहली तारीख से बदलने वाले नियमों का सीधा आम आदमी की जेब पर पड़ने वाला है। एक तारीख को एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बदलाव होता है। इसके साथ ही नवंबर में क्रेडिट कार्ड में नियमों में भी बदलाव हो रहा है। आइए जानते है इस महीने में कौन कौन से नियम बदल रहे है।

LPG सिलेंडर के दाम:

बता दें कि हर महीने की एक तारीख को पेट्रोलियम कंपनियां एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव करती हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि एक नवंबर को एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बदलाव हो सकता है। कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत में बीते कुछ महीनों में इजाफा किया गया है।

ATF और CNG-PNG की कीमत:

हर महीने की पहली तारीख को ऑयल मार्केटिंग कंपनियां एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव के साथ सीएनजी-पीएनजी (CNG-PNG) और एयर टर्बाइन फ्यूल (ATF) के दाम में भी संशोधन करती है। पिछले कुछ महीनों से हवाई ईंधन के दाम में कटौती की गई है। उम्मीद की जा रही है कि इस बार भी कीमतें कम होने से फेस्टिव गिफ्ट मिल सकता है।


क्रेडिट कार्ड:

देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) नवंबर की पहली तारीख को अपने क्रेडिट कार्ड के नियमों में बदलाव करने जा रहा है। क्रेडिट कार्ड के जरिए यूटिलिटी बिल पेमेंट्स और फाइनेंस चार्जेस से जुड़े हुए हैं। एक नवंबर से अन-सिक्यॉर्ड एसबीआई क्रेडिट कार्ड पर हर महीने 3.75 फाइनेंस चार्ज का पेमेंट का पेमेंट करना होगा। वहीं, बिजली, पानी, एलपीजी गैस समेत अन्य यूटिलिटी सर्विसेज में 50,000 रुपये से ज्यादा के पेमेंट पर 1 फीसदी एक्स्ट्रा चार्ज वसूला जाएगा।

म्यूचुअल फंड के नियम:

सेबी (SEBI) ने म्यूचुअल फंड में इनसाइडर ट्रेडिंग को रोकने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए नए नियम लागू करने का फैसला किया है, जो 1 नवंबर से प्रभावी होंगे। सेबी के नए नियमों के तहत एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (AMCs) के कर्मचारियों, उनके नॉमिनीज और करीबी रिश्तेदारों द्वारा म्यूचुअल फंड यूनिट्स में किए गए 15 लाख रुपये से अधिक के किसी भी ट्रांजैक्शन की जानकारी कंपनी के अनुपालन अधिकारी को देनी होगी।


TRAI के नए नियम:

1 नवंबर से टेलीकॉम सेक्टर में होने वाले इस बड़े बदलाव के तहत, JIO, Airtel समेत सभी टेलीकॉम कंपनियों को स्पैम मैसेज की ट्रेसिबिलिटी और ब्लॉकिंग लागू करने का निर्देश दिया गया है। इसके अंतर्गत, टेलीकॉम कंपनियों को स्पैम या फर्जी नंबरों को तुरंत पहचानकर ब्लॉक करना होगा। इस नियम से यूजर्स को अनचाहे और फर्जी मैसेज से सुरक्षा मिलेगी। इसका असर यह होगा कि कंपनियां संदिग्ध मैसेज को स्पैम के रूप में पहचानने के बाद उसे यूजर तक पहुंचने से पहले ही रोक सकेंगी, जिससे लोगों को बेहतर सुरक्षा मिलेगी।

 

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