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चलते-चलते अचानक बंद हो गए 2,29,000 मोबाइल, हो गए बेकार, जानिए क्यों हुआ ऐसा

पिछले कुछ समय में साइबर क्राइम की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं। ऐसे में साइबर क्राइम पर लगाम लगाने के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है। इसके तहत उन सिम कार्ड्स को ब्लॉक किया जा रहा है, जिनसे साइबर क्राइम को अंजाम दिया जा रहा है। साथ ही उन मोबाइलों को भी बंद किया जा रहा है, जिनमें ये सिम काम में ली गई। राजस्थान में भी साइबर अपराध के मामलों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। ऐसे में साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए राजस्थान पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिकेशन से संपर्क कर पुलिस ने वैसे नंबर्स और मोबाइल सेट्स को ब्लॉक करवाया है, जिसके जरिये ऑनलाइन ठगी का शक था।

शुरू हुआ ऑपरेशन एंटीवायरस:
राजस्थान में बढ़े साइबर क्राइम के खिलाफ पुलिस ने ‘ऑपरेशन एंटीवायरस’ शुरू किया है। इसके तहत राजस्थान में करीब 2 लाख 36 हजार सिम कार्ड्स और 2 लाख 29 हजार आईएमईआई नंबर ब्लॉक करवाए गए हैं। इन सभी पर ऑनलाइन फ्रॉड का शक था। इसके अलावा जुलाई से अगस्त के महीने में पुलिस के पास चोरी या गुम हुए मोबाइल की जितनी शिकायतें आई थीं, उसमें से करीब पांच हजार को ट्रेस कर वापस लौटाया गया है।

बढ़ रहे हैं साइबर ठगी के मामले:
डीजी (साइबर क्राइम) प्रियदर्शी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि जब भी आपका मोबाइल चोरी हो जाए या गुम हो जाए, इसकी रिपोर्ट जरूर दर्ज करवाएं। इससे भारत सरकार के पोर्टल पर इन फोन का रिकॉर्ड रहता है। जब भी कोई दूसरा शख्स इसमें नया सिम डालने की कोशिश करेगा, वैसे ही पुलिस अलर्ट हो जाएगी। इसके बाद लोकेशन के आधार पर अपराधी को पकड़ा जा सकेगा। इन फोन के जरिये ही अपराधी साइबर फ्रॉड्स करते हैं। ताकि कारनामा वो करें और जब पुलिस की कार्यवाई हो तो बेचारा मोबाइल धारक परेशान हो जाए।

सिम कार्ड्स भी करवाए ब्लॉक:
साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए राजस्थान पुलिस ने ऑपरेशन एंटी वायरस चलाया गया है। इस ऑपरेशन की शुरुआत के बाद से प्रदेश में साइबर अपराध के मामलों में भारी कमी देखने को मिली हैं। डीजीपी, साइबर क्राइम, मेवात ने बताया कि ऑपरेशन एंटी वायरस का काफी पॉजिटिव असर देखने को मिल रहा है। वैसे सिम कार्ड्स जिसपर पुलिस को संदिग्ध होने का शक होता है या फिर जिससे साइबर अपराध होने की जानकारी मिलती है, वैसे दो लाख से अधिक कार्ड्स को ब्लॉक करवाया गया है। इसके अलावा संदिग्ध आईएमईआई नंबर वाले मोबाइल हैंडसेट भी ब्लॉक करवाए गए हैं।

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