सावधान! मैसेज वगैरहा चेक करने के लिए बार-बार देखते हैं मोबाइल? घेर सकती हैं ये खतरनाक बीमारियां

Hero Image

टेक्नोलॉजी के दौर में स्मार्टफोन हमारे लिए अहम जरूरत बन गया है। स्मार्टफोन से हमारे बहुत से काम आसान हो जाते हैं। स्मार्टफोन हमारी प्रोफेशनल लाइफ के लिए भी बहुत जरूरी है। स्मार्टफोन में ऑफिस से जुड़े जरूरी दस्तावेज, ईमेल, मैसेज आदि भी रखते हैं। इसके अलावा हम कई तरह की मैसेजिंग ऐप्स, सोशल मीडिया ऐप्स भी मोबाइल में इंस्टॉल कर रखते हैं। हम स्मार्टफोन के इतने आदि हो चुके हैं कि फोन को एक पल के लिए भी खुद से दूर नहीं रखते। यहां तक की रात को सोते वक्त भी लोग स्मार्टफोन को अपने पास में ही रखकर सोते हैं और सुबह उठते ही सबसे पहले मोबाइल को चेक करते हैं। दिन में भी लोग बार बार मैसेज, ईमेल वगैरहा के लिए अपना फोन चेक करते रहते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि बार-बार मोबाइल फोन चेक करने की आदत आपकी सेहत के लिए घातक साबित हो सकती है।

तनाव को बढ़ाती है यह आदत:
एक रिसर्च में पता चला है कि बार बार फोन देखने की आदत व्यक्ति की उम्र कम कर सकती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, बार बार स्मार्टफोन देखने की आदत तनाव पैदा कर सकती है। फोन में सबसे ज्यादा तनाव मैसेज के कारण होता है। हर 36 सेकेंड में औसतन लोगों के स्मार्टफोन पर किसी न किसी तरह के मैसेज का नॉटिफिकेशन आता है। इस कारण तनाव बढ़ता है।

होता है कोर्टिसोल हार्मोन का स्राव:

डॉक्टर्स का कहना है कि तनाव सेहत के लिए हानिकारक है। बहुत से मामलों में ऐसा होता देखा भी गया है कि जब इंसान तनाव में होता है, तो शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्राव होता है। इस हार्मोन से इंसान का दिल तेजी से पंप होने लगता है। इससे शरीर में शुगर का लेवल भी बढ़ता है।

घेर सकती हैं ये खतरनाक बीमारियां:
रिपोर्ट के अनुसार, तनाव की वजह से इंसान की न सिर्फ उम्र कम हो सकती है बल्कि डायबिटीज, हार्ट अटैक और डिप्रेशन जैसी कई अन्य बीमारियां भी हो सकती हैं। रिपोर्ट के अनुसार, जैसे ही हम फोन के बारे में सोचते हैं तो हमारे टेंशन का लेवल तेजी से बढ़ता है। फोन के मैसेज से किसी छूटे हुए काम, बुरे मैसेज आदि पढ़कर हमारे शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ता है। फोन की लत के कारण धीरे-धीरे यह तनाव बढ़ता जाता है।

Read More