डल्लेवाल के हेल्थ रिपोर्ट पर भड़का SC, कहा,”ये लाइन हटाओं ”..

Hero Image

नई दिल्ली : फसलों पर एमएसपी की गारंटी समेत 13 मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के स्वास्थ्य को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। पंजाब सरकार की ओर से पेश हुए एडवोकेट जनरल गुरमिंदर सिंह ने कहा कि मामले में कई सकारात्मक घटनाक्रम हुए हैं।

एडवोकेट ने कोर्ट को क्या बताया

उन्होंने कोर्ट को बताया कि केंद्र सरकार ने 18 जनवरी को अपने प्रतिनिधि भेजे थे। उन्होंने 14 फरवरी को किसानों के साथ बैठक तय की है। इसके बाद दल्लेवाल और दूसरे किसानों ने भी मेडिकल सहायता लेनी शुरू कर दी है। मेडिकल सहायता के बाद उनकी सेहत में सुधार हुआ है।

पंजाब सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने भी अदालत को बताया कि डल्लेवाल को विरोध स्थल के पास स्थापित एक अस्थायी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है।

इसके बाद जस्टिस कांत ने कहा- हमें उम्मीद है कि डल्लेवाल अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखेंगे। जब तक वह मानसिक रूप से मजबूत हैं, तब तक वह अपने हितों के लिए लड़ सकेंगे।

कोर्ट ने क्या कह

कोर्ट ने कहा- डल्लेवाल 14 फरवरी को होने वाली बातचीत में भाग लेने के लिए सहमत हो गए हैं। हमें यह भी बताया गया है कि कुछ अन्य किसान नेताओं ने भी अपना अनशन तोड़ दिया है और बातचीत फिर से शुरू करने पर सहमति जताई है। सभी हितधारक कार्रवाई करने और राष्ट्रीय हित में जो भी मुद्दे हैं उनका समाधान करने में सक्षम होंगे।

हालत में सुधार हुआ

आखिर में जस्टिस कांत डल्लेवाल की स्वास्थ्य रिपोर्ट पर भड़क गए। उन्होंने कहा- वह लाइन हटा दीजिए जिसमें कहा गया है कि डल्लेवाल खतरे से बाहर हैं। बस इतना कह दीजिए कि उनकी हालत में सुधार हुआ है। मौजूदा घटनाक्रम को देखते हुए अवमानना की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है और अधिकारियों की मौजूदगी अनिवार्य कर दी गई है। मामले की अगली सुनवाई फरवरी के अंत में होगी।

यह भी पढ़ें :-

नोएडा में लेन बदलना पड़ेगा महंगा, उल्लंघन करने पर 1500 रुपये का जुर्माना