श्रीलंका के दिग्गज मैथ्यूज ने टेस्ट से संन्यास लिया

Hero Image

भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अब श्रीलंका के दिग्गज ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज ने भी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। मैथ्यूज ने यह फैसला सोशल मीडिया के माध्यम से अपने प्रशंसकों को बताया। 2009 से टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले मैथ्यूज ने 16 साल के लंबे करियर के बाद यह फॉर्मेट छोड़ने का फैसला किया है।

एंजेलो मैथ्यूज ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया

एंजेलो मैथ्यूज ने अपना पहला टेस्ट मैच 2009 में पाकिस्तान के खिलाफ गाले में खेला था। अपने टेस्ट करियर में उन्होंने कुल 118 मैच खेले और 8,167 रन बनाए, जिनकी औसत 44.63 रही। उन्होंने 16 शतक और 45 अर्धशतक लगाए, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 200 रन था। बल्लेबाजी के साथ-साथ मैथ्यूज ने गेंदबाजी में भी योगदान दिया और 33 टेस्ट विकेट लिए। वे श्रीलंका के तीसरे सबसे सफल टेस्ट बल्लेबाज हैं, जो कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने के बाद आते हैं।

अपने संन्यास की घोषणा करते हुए मैथ्यूज ने सोशल मीडिया पर लिखा,
“मेरे प्रिय मित्रों और परिवार, अब टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का समय आ गया है। श्रीलंका के लिए 17 साल तक क्रिकेट खेलना मेरे लिए गर्व की बात रही है। राष्ट्रीय जर्सी पहनना एक विशेष सम्मान है, जो किसी और भावना से बदल नहीं सकता। मैंने अपने खेल को सब कुछ दिया है और क्रिकेट ने मुझे वह इंसान बनाया है जो मैं आज हूं। जून में बांग्लादेश के खिलाफ मेरा आखिरी टेस्ट मैच होगा।”

वाइट-बॉल क्रिकेट जारी रखेंगे मैथ्यूज
मैथ्यूज ने यह भी बताया कि टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद वे वाइट-बॉल क्रिकेट (टी20 और वनडे) में देश के लिए खेलने के लिए उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कहा,
“हमारी टेस्ट टीम में कई युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। अब उन्हें मौका देना जरूरी है। मेरा एक अध्याय खत्म हो गया है, लेकिन क्रिकेट के प्रति मेरा प्यार हमेशा बना रहेगा।”

यह भी पढ़ें: