साई सुदर्शन बने इंडिया ए के संकट मोचक
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से पहले दोनों देशों की ए टीमों के बीच दो टेस्ट मैच की अनाधिकारिक सीरीज खेली जा रही है। इस सीरीज के पहले मैच में साई सुदर्शन ने शतक ठोक अपना लोहा मनवाया है। साई सुदर्शन का यह शतक तब आया जब टीम इंडिया मुश्किल स्थिति में फंसी हुई थी। पहली पारी में महज 107 के स्कोर पर ढेर हुई भारतीय टीम पर ऑस्ट्रेलिया ने 195 रन बनाकर 88 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी, मगर दूसरी पारी में अब साई सुदर्शन के इस उम्दा प्रदर्शन के दम पर भारत मैच में वापसी करने में कामयाब रहा है।
साई सुदर्शन ने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ 192 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया। उन्होंने अपनी इस पारी में कुल 200 गेंदों का सामना किया जिसमें 9 चौकों की मदद से 103 रन बनाए। साई सुदर्शन का यह 7वां फर्स्ट क्लास शतक है। इससे पहले वह रणजी ट्रॉफी और काउंड्री क्रिकेट में अपनी प्रतिभा का जौहर दिखा चुके हैं। खबर लिखे जाने तक भारत का स्कोर दूसरी पारी में 250 के पार पहुंच गया है और टीम इंडिया की लीड भी 170 के करीब है।
साई सुदर्शन के इस उम्दा प्रदर्शन के बाद उनको टीम इंडिया में जगह दी जाने की मांग उठ रही है। न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है, ऐसे में साई सुदर्शन ने ऑस्ट्रेलिया में शतक ठोक टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए दरवाजा खटखटाया है।
अगर ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दूसरे और अंतिम टेस्ट में भी साई के बल्ले से बड़े रन निकलते हैं तो जरूर रोहित शर्मा उन्हें ऑस्ट्रेलिया में ही रोक सकते हैं, ताकि जब जरूरत पड़े तो वह उनका इस्तेमाल कर सके।
बात इंडिया ए वर्सेस ऑस्ट्रेलिया ए मुकाबले की करें तो, पहली पारी में भारतीय टीम महज 107 रनों पर सिमट गई थी। साई सुदर्शन ने उस दौरान 21 रन बनाए थे, वहीं देवदत्त पडिक्कल ने 36 रनों की पारी खेली थी। भारत के लिए दूसरी इनिंग में यह दोनों बल्लेबाज ही खड़े हुए। साई सुदर्शन ने जहां शतक जड़ा, वहीं पडिक्कल ने 88 रनों की पारी खेली।