तेजपत्ते का काढ़ा: सेहत का खजाना, फायदे जानकर हैरान हो जाएंगे आप
तेजपत्ता सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाने वाला मसाला ही नहीं बल्कि एक शक्तिशाली औषधि भी है। इसका उपयोग सदियों से आयुर्वेद में विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता रहा है। तेजपत्ते का काढ़ा खासकर सर्दी-खांसी, पाचन समस्याओं और दर्द में राहत देने के लिए जाना जाता है।
तेजपत्ते के काढ़े के फायदे
- सर्दी-खांसी में आराम: तेजपत्ते में एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो गले की खराश, खांसी और जुकाम में आराम दिलाते हैं।
तेजपत्ते का काढ़ा कैसे बनाएं?
सामग्री:
- 5-6 तेजपत्ते
- 1 लीटर पानी
- 1 इंच दालचीनी
- 5-6 काली मिर्च
- आधा चम्मच अदरक (कद्दूकस किया हुआ)
- स्वादानुसार शहद
विधि:
तेजपत्ते का काढ़ा पीने का तरीका
- गुनगुना काढ़ा दिन में दो बार पी सकते हैं।
- सर्दी-खांसी में रात को सोने से पहले गर्म काढ़ा पीना फायदेमंद होता है।
- पाचन समस्याओं के लिए खाने के बाद गुनगुना काढ़ा पी सकते हैं।
सावधानियां
- गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को तेजपत्ते का काढ़ा पीने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
यह भी पढ़ें:-
Next Story