जाने रोजाना योगासन से खर्राटों में कमी कैसे लाएं, मिलेगा फ़ायदा
खर्राटे आना एक आम समस्या है, जो न सिर्फ खुद व्यक्ति को बल्कि उसके आसपास के लोगों को भी परेशान करती है। खर्राटों के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि नाक का बंद होना, गले में सूजन, मोटापा, या नींद की स्थिति।
योगासन खर्राटों से राहत दिलाने में कैसे मदद कर सकते हैं?
योगासन शरीर को लचीला बनाते हैं, सांस लेने की प्रक्रिया को बेहतर बनाते हैं, और तनाव को कम करते हैं। ये सभी कारक खर्राटों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
खर्राटे कम करने के लिए कुछ प्रभावी योगासन:
- भुजंगासन (कोबरा पोज): यह आसन गले और छाती के मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और सांस लेने में आसानी करता है।
- शशांक आसन (हरे खरगोश का आसन): यह आसन गले और गर्दन की मांसपेशियों को खींचता है और साइनस को साफ करता है।
- मतस्यासन (मछली का आसन): यह आसन गले और गर्दन की मांसपेशियों को खींचता है और सांस लेने में आसानी करता है।
- उत्तानासन (पूरा आगे झुकना):
खर्राटे कम करने के लिए अन्य उपाय:
- साइड स्लीप: पेट के बल सोने से बचें और बगल की ओर सोएं।
- वजन कम करें: यदि आप मोटापे से पीड़ित हैं तो वजन कम करने की कोशिश करें।
कब डॉक्टर को दिखाएं:
- यदि खर्राटे के साथ आपको नींद न आना, दिन में नींद आना, या सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो डॉक्टर से संपर्क करें।
ध्यान दें:
- किसी भी नए योगासन को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
- यदि आपको कोई चोट या बीमारी है तो योग करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
निष्कर्ष:
योगासन खर्राटों को कम करने में एक प्रभावी तरीका हो सकता है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि योगासन अकेले खर्राटों का इलाज नहीं कर सकता है। यदि आपको गंभीर समस्या है तो डॉक्टर से सलाह लें।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा किसी योग्य चिकित्सक से परामर्श करें।
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