लोकसभा में जीरो... विधानसभा में हर दल ने खेला उत्तर भारतीय नेताओं पर दांव, जानें किसका-किससे मुकाबला?
मुंबई: लोकसभा चुनाव में किसी भी दल ने किसी भी उत्तर भारतीय को उम्मीदवारी नहीं दी थी, परंतु विधानसभा चुनाव में अच्छी खासी संख्या में उत्तरभारतियों को उम्मीदवारी दी है। अब उनके सामने जीतने की बड़ी चुनौती खड़ी है। महायुति और महाविकास आघाडी ने मिलकर मेट्रोपोलिटन शहर में करीब 14 उम्मीदवार उतारे हैं। कई सारे निर्दलीय भी चुनाव लड़ रहे हैं। इन उम्मीदवारों ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, लेकिन कई ऐसे भी है जो अपनी पूरी ताकत से नहीं लड़ पा रहे है। उत्तर भारतीय उम्मीदवारों का चुनाव प्रचार करने के लिए समाज के समाजसेवक, उद्योगपति और नेता आ रहे हैं। उत्तर भारत के राज्यों से भी नेता इनके लिए वोट मांग रहे हैं। कलीना में हैं अमरजीत सिंह
कालीना विधानसभा से बीजेपी ने आरपीआई आठवले कोटे से अमरजीत सिंह को उतारा है। उनका सामना उद्धव सेना के वर्तमान विधायक संजय पोतनिस से है। पोतनीस की हैट्रिक रोकने के लिए सिंह डटे है। गोरेगांव से बीजेपी ने विद्या ठाकुर को हैट्रिक मारने के लिए उतारा है जहां उन्हें उद्धव सेना के दमदार समीर देसाई की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। बीजेपी ने अपनी सबसे सुरक्षित सीट बोरीवली से संगठन में सक्रिय रहने वाले संजय उपाध्याय को उतारा है। इनके सामने उद्धव सेना ने संजय भोसले को उतारा है, जो एक अपरिचित चेहरा है। वसई विधानसभा से बीजेपी ने स्नेहा दुबे पंडित को उतारा है जहां से कांग्रेस ने विजय पाटील को उतारा है। पिछले चुनाव में भी कांग्रेस ने पाटील को ही उम्मीदवार बनाया था। प्रभु के सामने निरुपम
बहुजन विकास आघाडी के हितेंद्र ठाकुर फिर से इसी वसई सीट से मैदान में हैं। बीजेपी की सहयोगी दल शिंदे सेना में दिंडोशी सीट से पूर्व सांसद व पार्टी के प्रमुख प्रवक्ता संजय निरुपम को उतारा है जहां उनका सामना उद्धव सेना के वर्तमान विधायक सुनील प्रभु से हैं। प्रभु की हैट्रिक रोकने के लिए निरुपम हर संभव कोशिश कर रहे हैं। उत्तरभारतीय उम्मीदवारों की संख्या ज्यादा होने से निरुपम प्रभु को तगड़ी चुनौती दे रहे है। महाविकास आघाडी प्रमुख दल कांग्रेस चारकोप विधानसभा से यशवंत जयप्रकाश सिंह को टिकट दिया है जहां से उन्हें बीजेपी के विधायक योगेश सागर से चुनौती मिल रही है। नालासोपारा सीट से कांग्रेस ने संदीप अमरनाथा पांडे को अवसर दिया है। वहां से पांडे को बीजेपी के राजन नाईक, बहुजन विकास आघाडी के क्षितीज हितेंद्र ठाकुर के चुनौती मिल रही है। ठाकुर वर्तमान विधायक है। उत्तर भारतीय मुस्लिम चेहरा
कांग्रेस ने चांदिवली से पूर्व कैबिनेट मंत्री नसीम खान, मलाड पश्चिम से विधायक असलम शेख को फिर से अवसर दिया है। नसीम खान के सामने शिंदे सेना ने वर्तमान विधायक दिलीप लांडे को फिर से अवसर दिया है, तो असलम शेख के सामने बीजेपी विनोद शेलार जैसे युवा को मौका दिया है। अणुशक्ति नगर से अजित पवार की पार्टी ने सना मलिक को उतारा है। उनके सामने शरद पवार की पार्टी ने फहाद अहमद को मौका दिया है। मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा से भी मुस्लिम उत्तरभारतीय बनाम मुस्लिम उत्तरभारतीय की टक्कर हैं। अणुशक्ति नगरसेवक के विधायक नवाब मलिक इस बार मानखुर्द शिवाजी सीट से लड़ रहे हैं, जहां से उन्हें अपने पुराने दोस्त समाजवादी पार्टी के अबू आजमी से चुनौती मिल रही है। मलिक अजित पवार की पार्टी से लड़ रहे है। अजित पवार की एनसीपी ने वांद्रा पूर्व सीट से विधायक जिशान सिद्दीकी को मौका किया है। सीएम योगी की है डिमांड
उत्तर भारतीय उम्मीदवारों के सामने जीत की बड़ी चुनौती है इसलिए उस क्षेत्र के मतदाताओं की संख्या को देखते हुए चुनाव प्रचार के लिए बुला रहे हैं। दिंडोशी विधानसभा में बीजेपी सांसद रवि किशन की डिमांड है। वहां प्रचार कर रहे हैं। कालीना, गोरेगांव, वसई, चांदिवली, चुनाव क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में उत्तरभारतीय समाज के नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, उद्योगपति चुनाव प्रचार करने के लिए आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के कई सारे सांसद, विधायकों और योगी मंत्रिमंडल के मंत्रियों ने प्रचार के लिए मुंबई में डेरा डाल दिया है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मांग उत्तरभारतीय उम्मीदवारों के अलावा भी दूसरे कई और बीजेपी और शिंदे सेना के विधायक ने की है। योगी की मांग विदर्भ के नागपुर, अमरावती, अकोला, वर्धा, गोंदिया जैसे जिलों में है।
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