Khatu Shyam Janmotsav 2024 : खाटू श्याम जन्मदिन 2024, साल में क्यों दो दिन मनाते हैं श्याम बाबा का जन्मदिन

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Khatu Shyam Birthday Katha : आज कार्तिक मास की एकादशी तिथि है और इस मौके पर राजस्थान के सीकर स्थित खाटू श्याम में श्याम बाबा के दर्शनों के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आए हैं। दरअसल कार्तिक शुक्ल एकादशी तिथि को खाटू श्यामजी का जन्म दिवस माना जाता है। लेकिन खाटू श्याम का जन्मोत्सव कार्तिक शुक्ल एकादशी के अलावा फाल्गुन शुक्ल एकादशी को भी मनाया जाता है, जिसे लक्खी मेला के नाम से भी जाना जाता है। आइए जानते हैं कि खाटू श्याम का जन्मदिन साल में दो बार क्यों मनाया जाता है। महाभारत युद्ध का निर्णय सुनाया था श्याम बाबा ने
खाटू श्यामजी को श्याम बाबा के नाम से भी जाना जाता है। श्याम बाबा का असली नाम बर्बरीक है जिन्हें भगवान श्रीकृष्ण से वरदान मिला था कि, कलियुग में वह भगवान श्रीकृष्ण के ही नाम श्याम के नाम जाने जाएंगे। महाभारत युद्ध में शीश का दान देने बाद भी इन्होंने अपने कटे हुए शीश से ही पूरा युद्ध देखा और युद्ध समाप्त होने पर युद्ध का निर्णय भी सुनाया था। बाद में भगवान श्रीकृष्ण के वरदान के अनुसार खाटू श्यामजी का शीश सीकर में खुदाई से प्राप्त हुआ। इसलिए कार्तिक एकादशी के मनाते हैं जन्मदिन
कहते हैं कि एक गाय अक्सर एक स्थान पर आकर खड़ी हो जाती थी ओर दूध की धारा उसके थन से बहने लगती थी। उत्सुकतावश उस स्थान की खुदाई की गई थी तो यह शीश प्राप्त हुआ। इस शीश को कुछ समय तक एक ब्राह्मण ने संभालकर रखा। बाद में वहां के राजा को सपने में खाटू श्यामजी ने मंदिर बनाने का निर्देश दिया। मंदिर बनने के बाद कार्तिक शुक्ल एकादशी के दिन खाटू श्यामजी के शीश को मंदिर में स्थापित किया गया। इसलिए कार्तिक शुक्ल एकादशी को भी खाटू श्यामजी का जन्मदिवस मनाते हैं। और शीश के दानी की पूजा शीश के रूप में ही होती है। इसलिए खाटू श्यामजी की मुर्ति में शरीर नहीं केवल शीश होता है। यह है खाटू श्याम बाबा का मूल जन्मदिन
फाल्गुन महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी को सीकर में सबसे भव्य मेला लगता है। इसे खाटू श्यामजी यानी श्याम बाबा बर्बरीक मूल जन्मदिन मानते हैं। इस दिन भक्तजन केक काटकर भी बाबा का जन्मदिन मनाते हैं। इस अवसर पर खाटू श्यामजी का दर्शन विशेष फलदायी माना गया है। कहते कि इस दिन बाबा का जो दर्शन करते हैं उनकी मनोकामना बाबा जल्दी पूरी कर देते है। हरियाली थीम पर सजाया गया मंदिरइस साल खाटू श्याम में कार्तिक शुक्ल एकादशी का जन्मोत्सव मेला 12 नवंबर को लगा है। इस अवसर पर हरियाली थीम पर मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया है। और भक्त को दर्शन में असुविधा न हो इसके लिए प्रशासन ने अपनी तरफ से पूरी व्यवस्था की है। जबरदस्ती चंदन लगाने वालों के लिए भी इस बार रोकथाम की व्यवस्था की गई है।