Kaliyug Prediction Ramcharitmanas : रामचरितमानस से जानिए कलियुग के हैरान कर देने वाले रहस्य, जानें अब क्या होने वाला है
रामचरित मानस में, तुलसीदास जी ने बताया है कि कलियुग जैसे जैसे आगे बढ़ेगा लोग वही, रास्ता अपनाने लगेंगे जो उन्हें पसंद आएगा। चाहें वह फिर सही हो या गलत। जो लोग अपनी तारीफ खुद करेंगे और जो लोग धर्म की बातों को अपने हिसाब से बताएंगे। वह खुद को पंड़ित कहेंगे। अहंकारी और दंभी लोग भी अपने आप को संत कहने लगेंगे।
कलियुग में ऐसा होगा पुरुष का आचरण
तुलसीदास जी ने रामचरित मानस में आगे बाताया है कि उन्होंने कलियुग का ऐसा स्वरुप देखा है कि कलियुग में ऐसे लोगों को ज्ञानी कहलाएंगे जो पराई स्त्री से आसक्त रहेंगे, जो दूसरों के साथ कपट करेंगे। जिसका स्वभाव चतुर होगा। वही ज्ञानी माना जाएगा। कलियुग में स्त्रियों के साथ बहुत गलत होगा। कुलवती और सती स्त्री को पुरुष घर से निकालने के लिए तत्पर रहेंगे और पतिव्रता को छोड़कर अपने घर में किसी अन्य को ला रखेंगे। कलियुग में पुत्र तब तक अपने माता पिता को मानेगा जबतक की उसकी शादी नहीं हो जाती है। कलियुग में पुत्र को अपने घर से ज्यादा अपना ससुराल प्यारा होगा।
कलियुग में थोड़ा लाभ के लिए लोग खेलेंगे जान से
रामचरित मानस के अनुसार, कलियुग में आने वाले समय में स्त्री और पुरुष दोनों ऐसे हो जाएंगे की वह थोड़े से लाभ के लिए ही किसी की भी हत्या करने के लिए तैयार हो जाएंगे। थोड़ा से लाभ के चक्कर में स्त्री और पुरुष ब्राह्मण और गुरु तक की हत्या से नहीं हिचकेंगे।
कलियुग में ऐसे लोग बनेंगे साधु सन्यासी
कलियुग में ऐसे साधु संन्यासी होंगे जो स्वयं को महान बताने के लिए बड़ी-बड़ी जटाएं रखेंगे। जिनके बड़े-बड़े नख होंगे। वेद मार्ग को त्यागकर खुद को बड़ा तपस्वी बताएंगे। तुलसीदास जी के अनुसार, कलियुग में उसी के उपकार होगा और उसे ही सम्मान मिलेगा जो मन वचन और कर्म से झूठ बोलने वाला होगा। साथ ही जो जितना झूठ बोलेगा वह उतना बड़ा वक्ता बनेगा। जो दूसरा का अहित करेगा वह ही सम्मान के योग्य माना जाएगा।
कलियुग में सिर्फ पैसे के पीछे भागेंगे लोग
कलियुग जैसे जैसे आगे बढ़ेगा वैसे-वैसे लोग धन की तरफ ज्यादा आकर्षित होंगे। धन कमाने के लिए लोग कोई भी मार्ग अपनाएंगे चाहे वह सही हो या गलत। कोई किसी से रिश्ते नाते नहीं निभाएगा। कलयुग में उसी को गुणवान बताया जाएगा जो झूठ बोलेगा। हंसी दिल्लगी करेगा। रामचरित मानस के अनुसार, कलियुग में संन्यासी और तपस्वी भी पैसों के पीछे भागेंगे। वह अपने घरों को खूब धन खर्च करके सजाएंगे। जबकि गृहस्थ लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। उन्हें धन कमाने के लिए काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी।