चीन के डर से साथ आईं जापान की तीन कंपनियां, बनेगी दुनिया की तीसरी बड़ी ऑटो फर्म

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नई दिल्ली: जापानी की तीन ऑटो कंपनियों होंडा, निसान और मित्सुबिशी मोटर्स ने मर्जर योजना की घोषणा की है। इस कवायद के पूरा होने के बाद बिक्री के लिहाज से दुनिया की तीसरी बड़ी ऑटो कंपनी अस्तित्व में आएगी। ऑटो इंडस्ट्री इस समय बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है। एक तरफ यह पेट्रोल-डीजल जैसे जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम हो रही है तो दूसरी ओर इसे चीनी की कंपनियों ने दुनिया में तहलका मचा रखा है।
इससे जापानी कंपनियों को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। नवंबर में ईवी की ग्लोबल सेल में चीनी कंपनियों की हिस्सेदारी 70% थी। अक्टूबर में चीन की कंपनी बीवाईडी ने पहली बार बिक्री के मामले में एलन मस्क की टेस्ला को पीछे छोड़ दिया था।निसान और होंडा ने मर्जर पर बातचीत के लिए सोमवार को एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए। निसान की छोटे सहयोगी मित्सुबिशी मोटर्स ने भी अपने व्यवसायों को इंटिग्रेट करने करने के लिए बातचीत में शामिल होने पर सहमति जताई है। निसान के सीईओ माकोतो उचिदा ने बयान में कहा कि हमें उम्मीद है कि अगर यह मर्जर सफल होता है, तो हम व्यापक ग्राहक आधार को और भी अधिक वैल्यू प्रदान करने में सक्षम होंगे।
जापान की ऑटो कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहन सेक्टर में अपने बड़े प्रतिद्वंद्वियों से पीछे रह गई हैं और अब वे लागत में कटौती करने और नुकसान की भरपाई करने की कोशिश कर रही हैं। कौन है नंबर 1इस महीने की शुरुआत में उनके संभावित मर्जर की खबरें सामने आईं थीं। तीनों कंपनियों का मार्केट कैप को देखते हुए मर्जर के बाद 50 अरब डॉलर से अधिक कीमत की एक बड़ी कंपनी बन सकती है। हालांकि टोयोटा जापान की अग्रणी ऑटो कंपनी बनी रहेगी। उसने 2023 में 1.15 करोड़ गाड़ियां बनाई थी। दूसरी ओर निसान, होंडा और मित्सुबिशी मिलकर 80 लाख गाड़ियां बनाएंगी।
तीनों कंपनियों ने अगस्त में घोषणा की थी कि वे इलेक्ट्रिक वाहन के लिए बैटरी जैसे कलपुर्जों को साझा करेंगे।मस्क की कंपनी टेस्ला का मार्केट कैप $1.4 ट्रिलियन है जो ग्लोबल ऑटो इंडस्ट्री के कुल मार्केट साइज का करीब आधा है। जापान की टोयोटा $231 अरब के साथ इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर है। चीन की कंपनी बीवाईडी $107 अरब के साथ तीसरे और शाओमी $98 अरब के साथ चौथे नंबर पर है। इटली की दिग्गज ऑटो कंपनी फेरारी ($81 अरब) पांचवें, मर्सिडीज बेंज ($63 अरब) छठे, पोर्श ($58 अरब) सातवें, जनरल मोटर्स ($51 अरब) आठवें, बीएमडब्ल्यू ($51 अरब) नौवें और फॉक्सवैगन ($48 अरब) दसवें नंबर पर है।
भारत की महिंद्रा और महिंद्रा इस लिस्ट में 11वें, मारुति सुजुकी 12वें और टाटा मोटर्स 17वें नंबर पर है।