भारत की शरण लेकर ट्रंप के कहर से बच जाएंगे चीनी, दिग्गज की भविष्यवाणी, ड्रैगन का 'जुगाड़' प्लान क्या?

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नई दिल्‍ली: जाने-माने निवेशक मार्क मोबियस का मानना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ऊंचे टैरिफ से ग्‍लोबल ग्रोथ में गिरावट नहीं आएगी। कंपनियां अपनी कीमतों को एडजस्ट कर लेंगी। लोग कीमतों में मामूली बढ़ोतरी को स्वीकार कर लेंगे। चीन भी ट्रंप की ट्रैरिफ नीतियों से खुद को बचा लेगा। इसके लिए उसके पास कई जुगाड़ हैं।
चीनी कंपनियां प्रोडक्‍शन के लिए भारत का रुख करने लगी हैं। यह अमेरिकी टैरिफ से बचने का तरीका है। भारत को जरूर ट्रंप के आने से खास फायदा मिलने की उम्‍मीद है। मार्क मोबियस के मुताबिक, वह बहुत अच्‍छी स्थिति में है। मार्क मोबियस ने कहा है कि ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में वैश्विक विकास बेहतर होगा। टैरिफ बढ़ने से भी ग्रोथ पर असर नहीं होगा। भारत को इस विकास से खास फायदा होगा। मोबियस के मुताबिक, अमेरिका और दुनिया के बाकी हिस्सों, विशेष रूप से भारत में आगे विकास बेहतर होते दिख रहा है। भारत बहुत अच्छा कर रहा है।
चीन के पास अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के कई तरीके मशहूर निवेशक ने कहा कि चीन के पास अपनी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए कई तरीके हैं। बहुत से देशों के उलट, जहां आपको लंबे समय तक चलने वाले कानून और बहस इत्‍यादि से गुजरना पड़ता है। चीन कह सकता है, ट्रंप 10% टैरिफ लगाने जा रहे हैं, हम चीनी युआन का अवमूल्यन 10% करेंगे। इससे चीनी सामान विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बन जाएगा।मोबियस बोले, बेशक, इससे अन्य देशों को नुकसान हो सकता है और उन्हें चीनी अवमूल्यन के अनुरूप अवमूल्यन करना पड़ सकता है।
लेकिन, चीन इन समस्याओं से निपटने के तरीके खोज लेगा। वह पहले से ही दुनिया के अन्य हिस्सों में संयंत्रों का निर्माण कर रहा है। अन्य देशों के लिए, विशेष रूप से दक्षिण पूर्व एशिया में इससे फायदा है। चीनी कंपनियां उत्पादन के लिए भारत का रुख कर रही हैं। यह अमेरिकी टैरिफ से बचने का एक तरीका है। चीन को नहीं होगा ज्‍यादा नुकसान मार्क मोबियस ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि चीन को बहुत अधिक नुकसान होने वाला है क्योंकि वे ट्रंप प्रशासन जो कर रहा है उसके साथ तालमेल बैठाने में सक्षम होंगे।'मोबियस ने आगे कहा कि जो होगा वह यह है कि चीन में हाई लेबर इनपुट मैन्‍यूफैक्‍चरिंग भारत और दुनिया के अन्य हिस्सों में चली जाएगी।
कारण है कि चीन में श्रम दरें नीचे नहीं, बल्कि ऊपर जा रही हैं। जनसंख्या भी बढ़ रही है। तो, इन फैक्‍टरों का कॉम्बिनेशन आगे जाकर भारत के लिए बहुत फायदेमंद होगा।