स्विगी आईपीओ: किसने कूदकर बचा ली लाज, अंतिम दिन तक 3.59 गुना सब्सक्रिप्शन, ग्रे मार्केट से क्या संकेत?

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नई दिल्‍ली: ठंडी शुरुआत के बाद अंतिम दिन तक स्विगी का आईपीओ 3.6 गुना सब्सक्राइब हुआ। संस्थागत निवेशकों ने लाज बचाने में सबसे बड़ा किरदार निभाया। बोली लगाने में इन्होंने सबसे ज्‍यादा दिलचस्‍पी दिखाई। स्विगी को 75 से ज्‍यादा ग्‍लोबल और घरेलू निवेशकों से 5,085 करोड़ रुपये की बोलियां मिलीं। कंपनी के शेयर 13 नवंबर को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होंगे। स्विगी का मुकाबला जोमैटो और अन्य कंपनियों से है।ऑनलाइन ऑर्डर पर खाने के सामान की सप्‍लाई करने वाली प्रमुख कंपनी स्विगी लिमिटेड के पब्लिक इश्‍यू (आईपीओ) को शुक्रवार को अंतिम दिन तक 3.59 गुना सब्सक्रिप्‍शन मिला है। एनएसई के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, आरंभिक शेयर बिक्री में 16,01,09,703 शेयरों की पेशकश के मुकाबले 57,53,07,536 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं। क्यूआईबी सेगमेंट को सबसे ज्‍यादा सब्‍सक्रिप्‍शनक्‍वालिफाइड इंस्‍टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के सेगमेंट को सबसे ज्‍यादा 6.02 गुना सब्‍सक्रिप्‍शन मिला। वहीं, रिटेल इंडिविजुअल इंन्‍वेस्‍टर्स (आरआईआई) के कोटा को 1.14 गुना बोलियां हासिल हुईं। गैर-संस्थागत निवेशकों के हिस्से को 41 फीसदी सब्‍सक्रिप्‍शन मिला।स्विगी ने एंकर (बड़े) निवेशकों से 5,085 करोड़ रुपये जुटाए हैं। बेंगलुरु स्थित कंपनी के आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 371-390 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। ऊपरी स्तर पर कंपनी का मूल्यांकन 95,000 करोड़कंपनी का लक्ष्य आईपीओ से 11,327 करोड़ रुपये जुटाना है। इसमें 4,499 करोड़ रुपये के शेयरों का नया इश्‍यू और 6,828 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल है। प्राइस बैंड के ऊपरी स्तर पर कंपनी का मूल्यांकन 95,000 करोड़ रुपये है। इसकी प्रतिद्वंद्वी जोमैटो का बाजार पूंजीकरण गुरुवार को बाजार बंद होने पर 2.2 लाख करोड़ रुपये था। जोमैटो जुलाई 2021 में पब्लिक इश्‍यू लाई थी। तब फर्म का 9,375 करोड़ रुपये का आईपीओ 38 गुना सब्सक्राइब हुआ था। ग्रे मार्केट में प्रीमियम जीरो
स्विगी IPO से मिलने वाली राशि का उपयोग विस्तार और टेक्नोलॉजी अपग्रेड के लिए करना चाहती है। लेकिन, विश्लेषक इसके मुनाफे के रास्ते को लेकर सतर्क हैं। ग्रे मार्केट में शेयरों की कीमत IPO मूल्य के आसपास आ गई। इसका मतलब है कि निवेशकों को कंपनी के भविष्य पर ज्यादा भरोसा नहीं है। ग्रे मार्केट प्रीमियम लगभग शून्य पर आ गया। (डिस्क्लेमर: इस विश्लेषण में दिए गए सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, एनबीटी के नहीं। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श कर लें क्योंकि शेयर बाजार की परिस्थितियां तेजी से बदल सकती हैं।)