फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर सचिन बंसल के फिनटेक स्टार्टअप से हुई करोड़ों की ठगी
बेंगलुरु:फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर सचिन बंसल को जानते ही होंगे। उन्होंने एक फिनटेक स्टार्टअप नवी टेक्नोलॉजीज Navi Technologies की स्थापना की है है। इसी कंपनी की पेमेंट गेटवे (Payment Gateway) धोखाधड़ी की शिकार हो गई है। इसके चलते कंपनी को दिसंबर 2024 में दो सप्ताह के भीतर ही 14.26 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बेंगलुरू में व्हाइटफील्ड साइबर क्राइम पुलिस ने अज्ञात धोखेबाजों के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद जांच शुरू की है।
कमजोरी का फायदा उठाया'द हिंदू' की एक रिपोर्ट के अनुसार, स्कैमर्स ने कंपनी के थर्ड-पार्टी पेमेंट गेटवे सिस्टम में एक महत्वपूर्ण भेद्यता critical vulnerability का फायदा उठाया। इसी वजह से उन्हें पेमेंट की प्रक्रिया शुरू होने के बाद लेनदेन की राशि में बदलाव करने की अनुमति मिली। धोखाधड़ी का पता तब चला जब कंपनी की सतर्कता टीम ने लेन-देन रिकॉर्ड में असामान्य पैटर्न का पता लगाया। इस दौरान स्कैमर्स ने एक तकनीकी खामी का फायदा उठाया, जो यूजर्स को नवी ऐप पर लेनदेन शुरू करने के बाद थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन प्रदाता (TPAP) गेटवे के माध्यम से भुगतान राशि को संशोधित करने की अनुमति देता था।
क्या था तरीकाधोखेबाज शुरुआत में मोबाइल रिचार्ज और ईएमआई भुगतान जैसी सेवाओं के लिए बड़ी राशि दर्ज करते थे। इसके बाद पेमेंट का प्रोसेस होने के बाद देय राशि को केवल 1 रुपया में बदल देते थे। इस ट्रांजेक्शन को सिस्टम न्यूनतम राशि के लिए सफल या सक्सेसफुल के रूप में दर्ज करता थाव् वहीं, नवी टेक्नोलॉजीज से पहले जो बड़ी राशि दर्ज की गई थी, उसका भुगतान लिया गया। कैसे हुआ खुलासानवी टेक्नोलॉजीज के एक सतर्कता अधिकारी श्रीनिवास गौड़ा ने इस ठगी का खुलासा किया। उन्होंने पाया कि धोखाधड़ी की गतिविधियां 10 से 24 दिसंबर, 2024 के बीच हुईं।
कंपनी की शिकायत में कहा गया है कि कई अपराधियों ने वैध ग्राहकों के रूप में प्रस्तुत होकर, बेंगलुरु स्थित फिनटेक फर्म को धोखा देने के लिए बार-बार इस कमजोरी का फायदा उठाया।
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