अभी और गिरेगा रुपया... RBI के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने क्यों कहा ऐसा?
नई दिल्ली: रुपये की वैल्यू में लगातार गिरावट आ रही है। मंगलवार को यह 86.58 रुपये पर बंद हुआ। लेकिन आरबीआई के पूर्व गवर्नर और अर्थशास्त्री रघुराम राजन ने कहा कि रुपये की कीमत में अभी और गिरावट की गुंजाइश है। उन्होंने कहा कि रुपये को गिरावट से रोकने के लिए आरबीआई को करेंसी मार्केट में हस्तक्षेप करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि डॉलर के मुकाबले दुनिया की सबसे करेंसीज में गिरावट आ रही है।
रुपये की गिरावट को थामने के लिए आरबीआई हाल के दिनों में अरबों डॉलर झोंक चुका है।राजन ने स्विट्जरलैंड के दावोस में चल रहे वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम में कहा कि पिछले कुछ महीनों में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट आई है। लेकिन यह दूसरी करेंसीज के मुकाबले अब भी ओवरवैल्यूड है और इसमें अब भी गिरावट की गुंजाइश है। उन्होंने कहा, 'आप सभी डॉलर के मुकाबले करेंसीज की वैल्यू में गिरावट की बात कर रहे हैं, लेकिन हर कोई भारत के बारे में पूछता है। डॉलर के मुकाबले रुपया 85.6 पर है और हर कोई पूछ रहा है कि रुपये में गिरावट क्यों आ रही है? लेकिन हर कोई डॉलर और दूसरी करेंसीज का संबंध जानना चाहता है।
बहुत से केंद्रीय बैंक अपनी करेंसीज की गिरावट रोकने के लिए हस्तक्षेप कर रहे हैं लेकिन उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।' करेंसीज का वेपनाइजेशनफेडरल रिजर्व ने हाल में ब्याज दरों में कटौती की थी लेकिन अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर इसका वांछित प्रभाव नहीं पड़ा है। यही वजह है कि वित्तीय बाजारों में हो रहे घटनाक्रम से उभरते बाजार परेशान हैं। हालांकि अमेरिकी डॉलर दुनिया की टॉप करेंसी बना हुआ है लेकिन हाल के वर्षों में इसका एक हथियार के रूप में यूज हुआ है और इससे कई देश आशंकित हैं। राजन ने कहा कि उत्तरी अमेरिकी-यूरो ब्लॉक के बाहर दुनिया भर के कई केंद्रीय बैंकर्स की करेंसीज के वेपनाइजेशन से आशंकित हैं।
दुनिया के सबसे स्थिर और तरल बाजार में किस हद तक आपको बाहर करने और भारी जुर्माना लगाने की ताकत है।
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