प्रियंका के किस बैग पर भिड़ गए कांग्रेस और बीजेपी? जानें फिलिस्तीन से क्या है कनेक्शन

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नई दिल्ली: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी संसद पहुंचीं, उनके हाथ में एक बैग था जिस पर 'फिलीस्तीन' लिखा हुआ था। इस पर बीजेपी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया जताई। उन्होंने इसे 'घटिया सांप्रदायिक राजनीति' बताया। प्रियंका गांधी पहले ही गाजा में मानवीय संकट पर अपनी चिंता जता चुकी हैं। उन्होंने इज़राइल की सैन्य कार्रवाई को 'क्रूर और अमानवीय' कहा था।
यह नया विवाद तब शुरू हुआ जब हाल ही में प्रियंका गांधी ने फिलिस्तीन के राजदूत डी अफेयर्स अबेद एलराजेग अबू जाजेर से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने प्रियंका गांधी को केरल के वायनाड से लोकसभा उपचुनाव में जीत की बधाई दी। उन्होंने राजदूत के साथ बैठक के दौरान गाजा में चल रही इजरायली सेना की कार्रवाइयों की निंदा की थी। 'बांग्लादेशी हिंदुओं के मुद्दों पर चुप क्यों हैं प्रियंका?'बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या यह बैग एक बयान था? वह बांग्लादेशी हिंदुओं के मुद्दों पर चुप क्यों हैं? यह एक बड़ा सवालिया निशान है।
उन्होंने आगे कहा, 'यह भारतीय संसद है। यहां देश भर से सांसद 140 करोड़ भारतीयों की चिंताओं को उठाने के लिए चुने जाते हैं। विपक्ष ने दो हफ्ते तक सदन नहीं चलने दिया। पहले असदुद्दीन ओवैसी ने 'जय फिलीस्तीन' का नारा लगाया, और अब प्रियंका गांधी संसद में फिलीस्तीन का बैग लेकर आई हैं।' बीजेपी ने सांप्रदायिक दिखावा का लगाया आरोपवहीं बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने प्रियंका पर पितृसत्ता के खिलाफ रुख की आड़ में 'सांप्रदायिक दिखावा' करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'इस संसद सत्र के अंत में, कांग्रेस के उन सभी लोगों के लिए दो मिनट का मौन रखें, जो मानते थे कि प्रियंका वाड्रा समाधान हैं।
संसद में फिलीस्तीन के समर्थन में बैग लेकर आना घटिया सांप्रदायिक राजनीति है।' उन्होंने आगे कहा कि कोई गलती न करें, कांग्रेस नई मुस्लिम लीग है।इसके अलावा बीजेपी सांसद गुलाम अली खटाना ने कहा कि लोग खबरों के लिए ऐसा करते हैं। जब लोग उन्हें अस्वीकार कर देते हैं, तो वे इस तरह के कामों का सहारा लेते हैं।" प्रियंका गांधी ने किया पलटवारप्रियंका गांधी ने अपने आलोचकों पर पलटवार करते हुए कहा, 'उनसे कहो कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के बारे में कुछ करें, बांग्लादेश सरकार से बात करें, और बेवकूफी भरी बातें न करें।' पहले भी फिलीस्तीन के समर्थन में उठा चुकी हैं आवाजइससे पहले, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने न्यू ईयर 2024 पर फिलिस्तीन के समर्थन में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट भी किया था।
उन्होंने लिखा था, 'जैसा कि हम एक नए वर्ष की शुरुआत का जश्न मनाते हैं और एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं कि प्रेम, शांति, हंसी और अच्छाई हमारे जीवन को भर दें। आइए हम गाजा में अपने भाइयों और बहनों को याद करें जो अपने जीवन, सम्मान और स्वतंत्रता के अधिकार पर सबसे अन्यायपूर्ण और अमानवीय हमले का सामना कर रहे हैं। जब हमारे बच्चे जश्न मना रहे होते हैं, तो उनके बच्चों की निर्दयता से हत्या की जा रही है। दुनिया के तथाकथित नेता चुपचाप देखते रहते हैं और सत्ता और लालच की तलाश में बेफिक्र होकर आगे बढ़ते रहते हैं।
फिर भी लाखों आम लोग हैं जो गाजा में हो रही भयानक हिंसा को रोकने की मांग करते हुए अपनी आवाज उठा रहे हैं और बहादुर दिल वाले ये लाखों लोग हमारे लिए नए कल की उम्मीद लेकर आए हैं। उनमें से एक बनें।'