दही की कंपनी के को-फाउंडर की कार्डियक अरेस्ट से मौत, बचने का नहीं मिलता वक्त, तुरंत देनी होती है 1 चीज
अक्सर हार्ट अटैक के लक्षण धीरे-धीरे दिखते रहते हैं। लेकिन कार्डियक अरेस्ट वक्त नहीं देता। यह एकदम अचानक आता है और बहुत खतरनाक स्थिति पैदा कर देता है। इसके लक्षणों को पहचानकर मरीज को तुरंत एक चीज देनी होती है, जिससे कुछ हद तक मदद मिल सकती है।
यह चीज दिल को कुछ देर तक बचाकर रखती है और फिर डॉक्टर अपना काम शुरू कर देते हैं। अक्सर इसी की कमी के कारण डॉक्टर तक पहुंचने तक मरीज की जान चली जाती है।
एपिगैमिया के को फाउंडर थे रोहन
कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक में अंतर
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार जब दिल के किसी भी हिस्से तक खून पहुंचाने वाली आर्टरी ब्लॉक हो जाती है तो दिल का वो हिस्सा काम करना बंद कर देता है। जिससे हार्ट अटैक आ सकता है और कई बार जान चली जाती है। लेकिन कार्डियक अरेस्ट चेतावनी नहीं देते। यह दिल में इलेक्ट्रिकल फेलियर की वजह से होता है। दिल खून पंप नहीं कर पाता और दूसरे अंग भी प्रभावित होने लगते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण अरिदमिया या वेंट्रिकुलर फिब्रिलेशन है।
कार्डियक अरेस्ट के लक्षण
अचानक सांस फूलनाअचानक चक्कर आनाअचानक बहुत थकान होनाअचानक सीने में तेज दर्द होनाअचानक दिल की धड़कन कम या तेज होनाअचानक बेहोश पड़ना
शांत रहने की करें कोशिश
अगर किसी को कार्डियक अरेस्ट या हार्ट अटैक आया हो तो सबसे पहले खुद शांत रहने की कोशिश करें। साथ ही जल्द से जल्द अस्पताल ले जाएं या एंबुलैंस को कॉल करें। दोनों ही स्थिति में अस्पताल पहुंचने तक मरीज को एक चीज देते रहें, जो उसकी जान बचा सकती है।
तुरंत देनी होती है सीपीआर
मरीज को इस स्थिति में तुरंत सीपीआर देनी पड़ती है।मरीज को पीठ के बल सीधा जमीन पर लेटाएं।सांस चेक करें, अगर नहीं ले रहा है तो सीपीआर शुरू करें।छाती के बीच में दोनों हाथों को ऊपर नीचे रखें और जोर से दबाएं।ऐसा 30 बार करें और फिर मुंह से मुंह लगाकर 2 बार सांस दें।फिर से 30 बार ऐसे ही छाती दबाएं।
दिल को कैसे रखें हेल्दी?
दिल के लिए हेल्दी डाइट लेंवजन को कंट्रोल रखेंशारीरिक मेहनत करेंस्मोकिंग या शराब को हाथ न लगाएंकोलेस्ट्रॉल, बीपी और ब्लड शुगर को कंट्रोल रखेंतनाव कम लें और पर्याप्त नींद लेंडिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।