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नीता अंबानी के हेयरस्टाइलिस्ट ने बताया सेलिब्रिटी क्यों नहीं कराते केराटिन ट्रीटमेंट, क्या होता है नुकसान

क्या सेलिब्रिटी भी अपने डैमेज बालों को रिपेयर करने के लिए हेयर बोटॉक्स और केराटिन ट्रीटमेंट कराते हैं? अक्सर यह सवाल आपके मन में भी जरूर आता होगा। सेलिब्रिटी हेयर स्टाइलिस्ट अमित ठाकुर, जिन्होंने नीता अंबानी से लेकर बॉलीवुड के टॉप एक्ट्रेस आलिया भट्ट, प्रियंका चोपड़ा, कैटरीना कैफ के बालों को स्टाइल किया है, इसका खुलासा किया है।


हेयर स्टाइलिस्ट ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक विडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने हेयर बोटॉक्स और केराटिन ट्रीटमेंट्स की कड़वी सच्चाई बतायी है। उन्होंने यह भी कहा है कि वह कभी इसे किसी को रिकमेंड नहीं करते हैं। जिससे आप यह अंदाजा लगा सकते हैं, कि सेलिब्रिटी अपने बालों पर यह ट्रीटमेंट्स नहीं कराते हैं। और यह बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में यदि आप भी अपने डैमेज हेयर से छुटकारा पाने के लिए इन ट्रीटमेंट्स को कराने सैलून जा रही हैं, तो रुक जाइए। यहां आप इसके ऐसे साइड इफेक्ट्स के बारे में जानेंगे जो आपको सैलून वाले कभी नहीं बताएंगे।
इस केराटिन ट्रीटमेंट से बालों को करें स्ट्रेट​ ​
बोटॉक्स डैमेज हेयर का परमानेंट सॉल्यूशन नहीं

हेयरस्टाइलिस्ट की मानें तो हेयर बोटॉक्स बस एक डीप कंडीशनिंग ट्रीटमेंट है। इसमें प्रोटीन, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। इस ट्रीटमेंट से बालों की बाहरी लेयर को न्यूट्रिएंट्स जैल और क्रीम से कोट किया जाता है। लेकिन डैमेज हेयर को रिपेयर करने का यह को परमानेंट सॉल्यूशन नहीं। इसका असर सिर्फ 2 से 4 महीने तक रहता है। फोटोज- Freepik


हेयर केराटिन से हो सकता है कैंसर!

हेयर केराटिन ट्रीटमेंट्स के बारे में अमित बताते हैं कि वैसे तो केराटिन एक प्रोटीन है, जो नेचुरल रूप से आपके बालों में मौजूद होता है। लेकिन इस ट्रीटमेंट में कुछ केमिकल, जैसे फॉर्मल्डेहाइड, का इस्तेमाल किया जाता है। यह केमिकल कई कंट्रीज में बैन किया गया है, क्योंकि इससे कैंसर होने का रिस्क होता है। फोटोज- Freepik


लॉन्ग टर्म इफेक्ट क्या है?

अमित बताते हैं कि वैसे तो दोनों ही ट्रीटमेंट बालों के लिए जेंटल होते हैं। लेकिन न्यूट्रिएंट्स को हेयर में सील करने के लिए बहुत ज्यादा हीट का यूज किया जाता है। और जब बाल बहुत ज्यादा हीट के कॉन्टेक्ट में आते हैं, तो इसका नेचुरल प्रोटीन स्ट्रक्चर बिगड़ने लगता है। इसके इंस्टेंट इफेक्ट्स जैसे- फ्रिज-फ्री और स्मूथ बाल को देखकर इस पर विश्वास कर पाने से खुद को रोक पाना मुश्किल है। लेकिन इन फायदों को जारी रखने किए, इन ट्रीटमेंट को हर कुछ महीने के गैप में कराना जरूरी होता है। ऐसे में आपके बाल बहुत ज्यादा वीक और डैमेज होते जाते हैं, जितने वह पहले थे। फोटोज- Freepik


नेचुरल ट्रीटमेंट से बालों को रखें हेल्दी

अमित ने अपने विडियों में यह बताया है कि वह अपने किसी भी क्लाइंट्स को इन ट्रीटमेंट्स को कराने की सलाह नहीं देते हैं। उनका यह मानना है कि बालों की देखभाल के लिए नेचुरल ट्रीटमेंट ज्यादा बेहतर होते हैं। इसके लिए वह रेगुलर बालों की ऑयलिंग करना, बैलेंस्ड डाइट लेना, सही शैम्पू और कंडीशनर यूज करने की सलाह देते हैं। फोटोज- Freepik

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