घर-परिवार चलाने वाली माताओं-बहनों के लिए क्यों जरूरी है Mahila Samman Yojana? जान लीजिए 5 बड़े फायदे

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दिल्‍ली शहर में अरविंद केजरीवाल और आप सरकार की ओर से 'महिला सम्‍मान' एवं 'संजीवनी योजना' की शुरुआत की गई है। महिला सम्‍मान योजना के तहत महिलाओं को हर महीने 2100 रुपए दिए जाने की बात कही गई है। इसके लिए रजिस्‍ट्रेशन शुरू हो गए हैं। केजरीवाल सरकार वोट पाने के लिए शहर की महिलाओं को लुभावने ऑफर दे रही है।

हालांकि, हम बात केजरीवाल या चुनावों की नहीं बल्कि महिलाओं की कर रहे हैं। आखिर ऐसा क्‍यों है कि महिलाओं को ही सरकार की ओर आर्थिक मदद की जरूरत होती है, साथ ही इस विषय पर भी चर्चा करेंगे कि इस तरह की योजनाओं से माताओं-बहनों को क्‍या लाभ मिल सकते हैं।

सभी फोटो साभार: instagram (arvindkejriwal)


महिला सम्‍मान योजना

दिल्‍ली ही नहीं बल्कि पूरे भारत में महिलाओं के लिए ऐसी कई आर्थिक योजनाएं चलाई जाती हैं। इनका एक उद्देश्‍य वोट बटोरना तो है ही लेकिन इससे घरेलू और गरीब तबके की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने की कोशिश की जा रही है। महिला सम्‍मान योजना के तहत जब हर महिला को हर महीने 2100 रुपए मिलेंगे, तब वो अपनी निजी जरूरतों के कुछ हिस्‍से को जरूर पूरा कर पाएंगी।


परिवार में महिलाएं बनेंगी मजबूत

जब परिवार में महिलाओं के पास भी अपनी एक पूंजी रहेगी, तब उनका भी सम्‍मान बढ़ेगा और उनकी बात भी सुनी जाएगी। इस वित्तीय सहायता की मदद से महिलाएं अपने परिवार की कुछ छोटी-मोटी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं और उनकी दूसरों पर निर्भरता कम हो जाएगी। इस तरह की योजनाओं को घरेलू महिलाओं को बहुत फायदा होता है।

सभी फोटो साभार: freepik


बचत करने की आदत

महिला सम्‍मान योजना और इस तरह की अन्‍य स्‍कीमों से महिलाओं में पैसों की बचत करने की आदत विकसित होती है। जिन महिलाओं को अपने परिवार या पति से अपने खर्चे के लिए पैसे नहीं मिलते हैं, उनके लिए इस तरह की योजनाएं बहुत फायदेमंद साबित हो सकती हैं। इससे महिलाएं फाइनेंशियल प्‍लानिंग करना सीख सकती हैं।


गरीब महिलाओं की होगी मदद

कुछ महिलाएं ऐसी हैं जो गरीब परिवार से हैं या जो हाउसवाइफ हैं और उनकी कोई आय नहीं है। ऐसे में महिला सम्‍मान योजना इन महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा प्रदान कर सकती है। वहीं महिलाएं इन पैसों को अपने बच्‍चों की पढ़ाई में भी लगा सकती हैं या आगे उनकी पढ़ाई पर खर्च करने के लिए इन पैसों की बचत कर सकती हैं।


सोशल और कल्‍चरल प्रभाव

आर्थिक रूप से सशक्त महिलाएं अक्सर सामाजिक विकास में अधिक सक्रिय रूप से योगदान देती हैं। वे अपने परिवारों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और पोषण की वकालत कर सकती हैं।