अजय राय के पीए समेत दो करीबियों को वाराणसी पुलिस ने किया गिरफ्तार, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने राजनीतिक साजिश बताया

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अभिषेक कुमार झा, वाराणसी: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के दो करीबी बड़ी मुसीबत में फंस गए हैं। चेतगंज थाने में अजय राय के दो बेहद करीबी अमित पाठक और आंनद पांडे को पुलिस ने गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।



चेतगंज थाने में एक महिला सचिना खातून के शिकायत के बाद ये कार्रवाई की गई है। गिरफ्तार हुए अमित पाठक को अजय राय का PA तो दूसरे व्यक्ति आनंद पांडे को अजय राय के बेहद करीबी बताया जा रहा है। गिरफ्तारी के बाद से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने इसे राजनीतिक हथकंडा बताया। गुरुवार की देर रात ही इन दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।



महिला की शिकायत पर हुई है कार्रवाई

जानकारी के अनुसार, सचिना खातून नाम की महिला ने चेतगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के मुताबिक हथुआ मार्केट के एक दुकान संजय सिंह नामक व्यक्ति से किराए पर लेकर सैलून चलाती है। दुकान मालिक की तरफ से किराया बढ़ाने को लेकर मामला भी आदलत में चल रहा है। इसी मामले में आंनद पांडे और अमित पाठक नाम के दो लोगों ने 3 मई की रात दुकान का ताला तोड़ कर सारा सामान लूट लिया। इतना ही नहीं विरोध करने पर मेरी बेटियों के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए उन्हें गालियां भी दीं।



राजनीतिक उत्पीड़न कर रही सरकार-अजय राय

करीबियों का नाम आने पर अजय राय ने एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में बताया कि पकड़े गए आनंद पांडे और अमित पाठक के जरिए सरकार विपक्ष का दमन करना चाहती है। अभी कुछ दिनों पहले भी एनएसयूआई के विकास सिंह पर भी मुकदमा दर्ज किया गया। ऐसे न जाने कितने झूठे मामले हैं, जब प्रशासन ने फर्जी मुकदमे दर्ज किए हैं।



किराएदारी के पुराने मामले में फिर दर्ज किया मामला- अनुज यादव

वहीं, इस मामले में आनंद पांडे और अमित पाठक के वकील अनुज यादव ने बताया कि शिकायत दर्ज कराने वाली महिला ने इससे पहले दुकान मालिक संजय सिंह और पूनम सिंह के खिलाफ अदालत में मामला दर्ज करा चुकी है। पूर्व के एक मामले में दुकान की मालिक पूनम सिंह के फेवर में एफआर भी लग चुकी है। इसके बाद कोर्ट से भी मामला दर्ज कराने का प्रयास किया गया, लेकिन अदालत ने मुकदमा दर्ज करने से मना कर दिया। अब तीसरी बार उसी किराएदारी के मामले में फर्जी मामला दर्ज कर मामले को तूल दिया जा रहा है।



अधिकारी नहीं उठा रहे फोन

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के करीबी का नाम आते ही बनारस की मीडिया जगत में भी हलचल तेज हो गई। एनबीटी ऑनलाइन ने इस मामले पर जानकारी लेने के लिए जब एसीपी चेतगंज को फोन किया तो उनका फोन रिसीव नहीं हुआ।