दुश्मन के सिर पर हमला करो... हूतियों के मिसाइल अटैक से भड़के मोसाद चीफ, यमन की जगह ईरान पर एक्शन की उठाई मांग

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तेल अवीव: इजरायल में हाल ही में यमन के हूती विद्रोहियों की ओर से मिसाइल हमला हुआ। इसे लेकर अब मोसाद के निदेशक डेविड बरनेआ भड़क गए हैं। उन्होंने हूती हमलों के जवाब में यमन पर हमला करने की जगह ईरान को निशाना बनाने की सिफारिश की है। उन्होंने तर्क दिया कि इजरायल को 'दुश्मन के सिर यानी ईरान पर हमला करना चाहिए।' वाईनेट न्यूज ने अपनी खबर में हाई लेवल चर्चाओं से परिचित एक अधिकारी के हवाले से यह जानकारी दी है।सऊदी अरब के अखबार अशरक अल-अवसत की एक रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली सुरक्षा सूत्रों का मानना है कि हूती अपेक्षाकृत स्वतंत्र रूप से काम करते हैं।
लेकिन उन्हें ईरान से महत्वपूर्ण समर्थन मिलता है, जिसमें वित्तीय मदद, उपकरण, विशेषज्ञता और मिसाइल मार्गदर्शन शामिल हैं। हालिया जांच से पता चला है कि हूतियों की ओर से इजरायल पर दागी गई मिसाइलों में उन्नत तकनीकें थीं, जैसे ईंधन क्षमता का विस्तार, जिससे वे लक्ष्य के ऊपर अधिक समय तक मंडरा सकती थीं और एयर डिफेंस सिस्टम के लिए इन्हें रोकना मुश्किल बना सकती थीं। हूतियों के खिलाफ एक्शन की तैयारीहूती मिसाइल का हमला इजरायल का एरो डिफेंस सिस्टम भी नहीं रोक पाया। रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल हूतियों और ईरान के खिलाफ दोहरा सैन्य अभियान चलाने के लिए अमेरिका को मनाने की कोशिश कर रहा है।
इस बीच प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को इजरायल पर हूती मिसाइल हमलों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने का संकल्प लिया। आईडीएफ नॉर्दर्न कमांड में सुरक्षा कैबिनेट की बैठक के बाद बोलते हुए नेतन्याहू ने हूतियों को ईरान का 'दुष्ट गठबंधन' बताया और उनके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर जोर दिया। नेतन्याहू ने दी धमकीनेतन्याहू ने कहा, 'जैसे हमने ईरान के एक्सिस ऑफ इविल के अन्य आतंकियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की है, वैसे ही हम हूतियों के खिलाफ भी करेंगे।' उन्होंने आगे कहा, 'इस मामले में हम अकेले नहीं हैं।
अमेरिका और अन्य देश हूतियों को केवल अंतरराष्ट्रीय शिपिंग के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक व्यवस्था के लिए भी खतरे के रूप में देखते हैं।' उन्होंने इजरायलियों को आश्वासन दिया कि संभावित देरी के बावजूद, हूतियों का अंजाम भी दूसरे आतंकी समूहों की ही तरह होगा।