रूस ने चीनियों को दिया करारा जवाब, ड्रैगन के आकाश में गरजा सुखोई Su-57 फाइटर जेट, दुनिया पर करेगा राज!
बीजिंग: चीन में चल रहे झुहाई एयरशो में रूस ने अपने स्टील्थ फाइटर जेट सुखोई-57 को भेजकर दुनियाभर में हलचल पैदा कर दी है। रूस का यह लड़ाकू विमान तब चीन पहुंचा है जब ड्रैगन खुद को स्टील्थ विमानों का बादशाह बनाने में जुटा हुआ है। सुखोई-57 को देखकर चीनियों को काफी मिर्ची लगी और उन्होंने इसकी सोशल मीडिया में आलोचना शुरू कर दी। सुखोई-57 विमान ने अब चीनी एयरशो से ठीक पहले उड़ान भरके और अपनी शानदार कलाबाजियों को दिखाकर आलोचकों का मुंह बंद कर दिया है। रूस ने झुहाई एयर शो का इस्तेमाल अपने इस रेडॉर की पकड़ में नहीं आने वाले फाइटर जेट के प्रचार के लिए करना शुरू कर दिया है। साथ ही उन्होंने यह भी ऐलान किया कि सुखोई-57 'पांचवीं पीढ़ी का एकमात्र' फाइटर जेट है।रूस ने दावा किया है कि सुखोई-57 पश्चिमी देशों के एयर डिफेंस सिस्टम खासकर पैट्रियट को मात दे सकता है। रूस की सरकारी कंपनी रोस्टेक के जनरल डायरेक्टर सर्गेई चेमेजेव ने कहा कि झुहाई एयरशो में इस विमान के एक्सपोर्ट वर्जन Su-57E को प्रदर्शित किया जाएगा। रूसी मीडिया तास की रिपोर्ट के मुताबिक चेमेजोव ने Su-57 की क्षमता के बारे में बताया। उन्होंने दावा किया कि यह दुनिया का एकमात्र पांचवीं पीढ़ी का विमान है जो पश्चिमी देशों के एयर डिफेंस सिस्टम पेट्रियट, NASAMS और IRIS-T के खिलाफ भी काफी प्रभावी है।
चीनियों ने सुखोई का उड़ाया था मजाक चेमेजेव ने जोर देकर कहा कि Su-57E विमान ने यूक्रेन में सफलतापूर्वक मिशन को अंजाम दिया है और यह अत्याधुनिक क्रूज मिसाइलों जैसे Kh-69 को फायर कर सकता है। झुहाई एयर शो से सुखोई 57ई अपनी अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति दर्ज कराने जा रहा है। एयर शो के दौरान सुखोई 57 की महाविनाशक ताकत को दुनिया को देखने का मौका मिलेगा। चेमेजेव ने आगे जोर देकर कहा कि उनका मानना है कि Su-57E रेडॉर की पकड़ में नहीं आता है और गाइडेड से लेकर सटीक हमला करने वाले हथियारों से लैस है। यह बड़े पैमाने पर विदेशी खरीददारों को आकर्षित कर सकता है। रूस इस चीनी एयर शो के दौरान कई हथियारों को पेश करने जा रहा है जिसमें स्टील्थ क्रूज मिसाइल Kh-69 शामिल है। रूस को उम्मीद है कि अमेरिका के विरोधी देश उसके इस फाइटर जेट की खरीद कर सकते हैं। इससे पहले चीनी लोगों ने सोशल मीडिया में सुखोई-57 का जमकर मजाक उड़ाया था और उसकी क्षमता पर सवाल उठाया था। उन्होंने सुखोई के नट बोल्ट की तस्वीर को पोस्ट की थी। साथ ही चीन के जे-20 फाइटर जेट से सुखोई-57 की तुलना भी कर डाली। चीनियों ने कहा कि यह रूसी विमान पांचवीं पीढ़ी का नहीं है। अब रूसी विमान ने अपने करतब से चीनियों की बोलती बंद कर दी है। चीनी सरकारी मीडिया ने सुखोई-57 के उड़ान का विडियो भी जारी किया है।
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