मकोय फल खाने के फायदे, आयुर्वेद में भी माना गया ताकतवर ...
मकोय एक आयुर्वेदिक पौधा है, जो खेतों में फसलों के नीचे देखने को मिल जाता है। यह कहीं भी आसानी से उग सकता है। ये पौधा बिना देखभाल के कहीं भी खरपतवार की तरह उग जाता है। मकोय में विटामिन ए और कई अन्य आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, जो आंखों की रोशनी को बढ़ाने से लेकर शरीर की कई गंभीर बीमारियों को दूर करने के लिए जाने जाते हैं।
आयुर्वेद डॉक्टर दीक्षा भावसार सवालिया के मुताबिक मकोय के फल के सेवन से सांस संबंधी परेशानियां, एक्जिमा, बुखार जैसी समस्याएं आसानी से ठीक हो सकती हैं। इसके कच्चे फल हरे रंग के होते हैं और जब यह पक जाता है तो इसका रंग लाल, पीला और बैंगनी रंग का हो सकता है। यह खाने में मीठा होता है और टमाटर की तरह नजर आता है। इसका पौधा ज्यादा लंबा नहीं होता है। इसमें सफेद रंगे के फूल आते हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए मकोय का इस्तेमाल करना काफी मदद कर सकता है। यह इन्फेक्शन पैदा करने वाले बैक्टीरिया और बीमारियों को दूर कर सकता है। मकोय बेरीज में में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो शरीर में होने वाली सूजन को कम कर सकते हैं। यह किडनी रोग, सूजन, आंत से जुड़े रोगों और गठिया जैसी समस्याओं से निजात दिला सकता है।
कैंसर और हाई ब्लड प्रेशर में मकोय
आजकल कैंसर की समस्या एक चिंता का विषय बन चुकी है। मकोय के फल में कैंसर रोधी गुण होते हैं। मकोय कैंसर सेल्स के डेवलपमेंट को रोकता है। यह ट्यूमर के निर्माण को रोकने के लिए भी लाभकारी बताया जाता है। हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में मकोय का सेवन प्रभावी हो सकता है। इसमें हाइपोग्लाइसेमिक इंडेक्स होते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करके डायबिटीज को मैनेज करने के लिए जाने जाते हैं।
हार्ट डिजीज में मददगार
हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण कई घातक स्वास्थ्य समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए इस आयुर्वेदिक जड़ी बूटी मकोय से ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है और कोलेस्ट्रॉल का लेवल भी नियंत्रित रहता है, जिससे हार्ट स्ट्रोक और हार्ट डिजीज का खतरा कम हो जाता है।
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बुखार में फायदेमंद
बुखार या वायरल संक्रमण होने पर मकोय का सेवन किया जाए तो यह लाभकारी साबित हो सकता है। अगर आपको इस फल के बारे में जानकारी नहीं है या यह पौधा आपके आसपास नहीं मिलता है तो आप बाजार से इसके पाउडर को खरीद कर भी इसका सेवन कर सकते हैं।
पीरियड में होने वाले दर्द में मिलेगी राहत
पीरियड क्रैंप्स में महिलाओं को दर्द और ऐंठन का सामना करना पड़ता है, जो बहुत असहनीय होता है। ऐसे में वह पेन किलर्स का सहारा लेती हैं। दर्द निवारक दवाइयों पर निर्भर होने की जगह आप इस शक्तिशाली जड़ी बूटी का इस्तेमाल कर सकती हैं। इनमें ब्लैक नाइट शेड होते हैं, जिनमें एंटीपीयरेटिक एजेंट मिलते हैं, जिनको पेन किलर में उपयोग किया जाता है। यह जल्दी दर्द में राहत दे सकते हैं।
पीलिया में मकोय का काढ़ा
मकोय के फल के साथ-साथ इसकी पत्तियों में भी कई जादुई गुण पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों में काफी फायदे दे सकते हैं। मकोय की पत्तियों में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जिनका अगर नियमित रूप से सेवन किया जाए तो व्यक्ति का यकृत मजबूत होता है और लीवर की कंडीशन बेहतर होती है तो पीलिया की बीमारी दूर रहती है। अगर आपको पलिया है तो आप इसका काढ़ा बनाकर पी सकते हैं। इससे आपको जल्दी रिकवरी मिलेगी। वहीं लीवर से जुड़ी परेशानियों के लिए मकोय किसी वरदान से कम नहीं है।
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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