शुगर व बीपी से ग्रस्त लोग कर लें इन 3 पत्तों का सेवन, कंट्रोल में रहेगी बीमारी ...
डायबिटीज और हाइपरटेंशन की बीमारी ने कई लोगों को अपनी चपेट में ले रखा है। डायबिटीज और हाइपरटेंशन ऐसी बीमारियां हैं जिनका कोई इलाज नहीं है। इन बीमारियों को केवल दवा खाकर कंट्रोल में रखा जा सकता है। आयुर्वेद में भी कुछ ऐसे नुस्खे बताएं गए हैं। जिनकी मदद से डायबिटीज और हाइपरटेंशन से राहत पाई जा सकती है।
आयुर्वेद में कुछ ऐसे पेड़ पौधों की पत्तियों का जिक्र किया गया है। जो कि डायबिटीज और हाइपरटेंशन को नियंत्रण में रखती हैं। डायबिटीज और हाइपरटेंशन होने पर अगर इन पत्तों का सेवन किया जाए। तो ये दोनों रोग कंट्रोल में रहते हैं। आइए जानते हैं ये कौन सी तीन पत्तियां हैं। जिन्हें आयुर्वेद में इतना कारगर माना गया है।
तुलसी के पत्ते
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को पूजनीय माना गया है। इस पौधे की पूजा करने से जीवन के कष्टों का अंत हो जाता है। वहीं आयुर्वेद में तुलसी के पौधे को सेहत के लिए उत्तम माना गया है। कई ऐसी दवाइयां हैं। जिन्हें बनाने में तुलसी के पत्तों का प्रयोग किया जाता है। दरअसल तुलसी के अंदर ऐसे कई तत्व पाए जाते हैं जो कि कई रोगों को सही कर देते हैं।
डायबिटीज और हाइपरटेंशन के रोगियों के लिए भी तुलसी के पत्ते कारगर माने गए हैं। रोज इसके पत्ते खाने से डायबिटीज और हाइपरटेंशन से राहत मिल जाती है। डायबिटीज और हाइपरटेंशन के रोगी रोज सुबह खाली पेट तुलसी के पत्ते खा लें या फिर तुलसी का पानी पी लें। ऐसे करने से डायबिटीज और हाइपरटेंशन कंट्रोल में रहेंगे।
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को पूजनीय माना गया है। इस पौधे की पूजा करने से जीवन के कष्टों का अंत हो जाता है। वहीं आयुर्वेद में तुलसी के पौधे को सेहत के लिए उत्तम माना गया है। कई ऐसी दवाइयां हैं। जिन्हें बनाने में तुलसी के पत्तों का प्रयोग किया जाता है। दरअसल तुलसी के अंदर ऐसे कई तत्व पाए जाते हैं जो कि कई रोगों को सही कर देते हैं।
डायबिटीज और हाइपरटेंशन के रोगियों के लिए भी तुलसी के पत्ते कारगर माने गए हैं। रोज इसके पत्ते खाने से डायबिटीज और हाइपरटेंशन से राहत मिल जाती है। डायबिटीज और हाइपरटेंशन के रोगी रोज सुबह खाली पेट तुलसी के पत्ते खा लें या फिर तुलसी का पानी पी लें। ऐसे करने से डायबिटीज और हाइपरटेंशन कंट्रोल में रहेंगे।
इस तरह से तैयार करें तुलसी का पानी
तुलसी का पानी तैयार करना बेहद ही सरल है। एक गिलास पानी को गैस पर गर्म करने के लिए रख दें। इसके बाद तुलसी के पत्तों को पीस कर इस पानी के अंदर डाल दें। जब इस पानी का रंग हरा हो जाए तो गैस को बंद कर दें। इस पानी को छान के पी लें।
2.करी पत्ते
आयुर्वेद में करी पत्ते को बेहद ही गुणी माना गया है। इस पत्ते को खाने से कई रोग तुरंत सही हो जाते हैं। डायबिटीज और हाइपरटेंशन के रोगियों को करी पत्ते का सेवन करना चाहिए। इसका रोजाना सेवन करने से इंसुलिन का उत्पादन बढ़ जाता है। जिससे की शुगर कंट्रोल में रहती है। इसके अलावा ये ब्लड में मौजूद शुगर लेवल को नियंत्रित करता है। करी पत्ते का स्वाद बेहद ही कड़वा होता है। आप इसे सब्जी व दाल में डाल सकते हैं या फिर इसका पानी पी सकते हैं।
3.नीम के पत्ते
आयुर्वेदिक दवाओं को बनाने के दौरान नीम के पत्तों का प्रयोग खूब किया जाता है। नीम के पत्तों के सेवन से खून शुद्ध होता है और कील मुहांसों की समस्या भी नहीं होती। इसके अलावा डायबिटीज जैसी बीमारी को भी नियंत्रित किया जा सकता है। मधुमेह से ग्रस्त लोग अगर इसका सेवन करते हैं। तो ब्लड में मौजूद शुगर लेवल कम होने लगता है। हालांकि इस बात का ध्यान रखें की अगर इसका अधिक सेवन किया जाए। तो शुगर लेवल बहुत कम भी हो सकता है। इसलिए इसका सेवन संतुलित मात्रा में करें।
नीम का पत्ता खाने से बीपी को भी नियंत्रित किया जा सकता है। नीम के पत्तों के अंदर एंटीहिस्टामाइन होते हैं, जो रक्त वाहिकाओं को पतला कर सकते हैं। इसके इन्हीं गुणों की वजह से ये हाई बीपी को नियंत्रित करने में सहायक माना जाता है।
कैसे करें सेवन
नीम के पत्तों का सेवन कई तरह से किया जा सकता है। इन्हें सीधे तौर पर खाया जा सकता है। या फिर इन्हें सूखाकर पाउडर तैयार कर, इस पाउडर को पानी के साथ लिया जा सकता है। बाजार में इसके कैप्सूल भी मिलते हैं। जिनका सेवन भी आपकर सकते हैं।
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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