मिल्की मिस्ट आईपीओ: डेयरी प्रोडक्ट कंपनी शेयर बाजार में लाने की तैयारी में
डेयरी प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी मिल्की मिस्ट आईपीओ के जरिए शेयर बाजार में लिस्टिंग की योजना बना रही है। कंपनी ने आईपीओ के लिए जेएम फाइनेंशियल, आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज और एक्सिस कैपिटल को बैंकर के रूप में चुना है।
आईपीओ लॉन्च की उम्मीदेंसूत्रों के अनुसार, आईपीओ का काम पहले से ही चल रहा है। उम्मीद है कि मिल्की मिस्ट इस साल के मध्य तक ड्राफ्ट पेपर दाखिल कर देगी, और फिर 2025 के अंत तक स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध हो जाएगी। कंपनी ने अपने आईपीओ के माध्यम से लगभग 2,000 करोड़ रुपये (235 मिलियन डॉलर) जुटाने का लक्ष्य रखा है और इसका मूल्यांकन लगभग 20,000 करोड़ रुपये (लगभग 2.3 बिलियन डॉलर) करने का इरादा है।
मिल्की मिस्ट 2025 के वित्तीय वर्ष को 2,500 करोड़ रुपये के राजस्व के साथ समाप्त करने की राह पर है, जो वित्तीय वर्ष 2024 में 2,000 करोड़ रुपये के मुकाबले 25 प्रतिशत अधिक है। उम्मीद है कि कंपनी इस साल लगभग 65 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हासिल करेगी। FY23 में मिल्की मिस्ट ने 1,437 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया, जो FY22 में 1,015 करोड़ रुपये से 42 प्रतिशत अधिक है। हालांकि, कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 में 28 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 13 प्रतिशत कम है।
मिल्की मिस्ट की स्थापना 1985 में हुई थी। कंपनी ने 1994 में पनीर का उत्पादन शुरू किया और इसके बाद दही, मक्खन, आइसक्रीम जैसे मूल्यवर्धित उत्पादों में विस्तार किया। तमिलनाडु के इरोड में स्थित, कंपनी का संचालन टी. सतीश कुमार, उनकी पत्नी अनिता सतीश कुमार और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के रत्नम द्वारा किया जाता है, जो पहले अमूल डेयरी में प्रबंध निदेशक रह चुके हैं। मिल्की मिस्ट अब उत्तर और पश्चिम भारत में अपनी उपस्थिति बढ़ाने की योजना बना रही है।
कंपनी के आईपीओ से निवेशकों को नए अवसर मिलने की संभावना है, खासकर जब यह बाजार में अपनी मौजूदगी बढ़ाने की दिशा में आगे बढ़ रही है।