सहारनपुर में अत्याधुनिक बस स्टैंड निर्माण को मिली हरी झंडी

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उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक नए और अत्याधुनिक बस स्टैंड के निर्माण की प्रक्रिया अब गति पकड़ चुकी है। पिछले कई वर्षों से बस स्टैंड के लिए उपयुक्त जमीन की तलाश जारी थी। अब परिवहन विभाग को दिल्ली रोड स्थित आवास एवं विकास परिषद की जमीन पर निर्माण की अनुमति मिल गई है। यह बस स्टैंड सहारनपुर को हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, और उत्तराखंड जैसे तीन राज्यों से बेहतर ढंग से जोड़ेगा।

बस स्टैंड के लिए स्वीकृत जमीन और बजट

परिवहन निगम ने हाल ही में 8013.95 वर्ग मीटर जमीन का बैनामा कराया है। यह जमीन शाकंभरी विहार योजना के तहत आती है और इसके निर्माण के लिए 38 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत हुआ है।

  • बजट विवरण:
    • भूमि हस्तांतरण के लिए 35 लाख रुपये आवंटित किए गए।
    • अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस बस स्टैंड का निर्माण इस राशि से होगा।

इस प्रोजेक्ट को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए हाल ही में क्षेत्रीय प्रबंधक योगेंद्र प्रताप सिंह

और एआरएम फाइनेंस अनूप सिन्हा ने ज़मीन की रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी की।

सहारनपुर: तीन राज्यों के लिए एक महत्वपूर्ण कनेक्शन

सहारनपुर जिला उत्तर प्रदेश का एक ऐसा केंद्र है जो तीन राज्यों—हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, और उत्तराखंड से जुड़ा है। नए बस स्टैंड का निर्माण इन राज्यों के साथ सहारनपुर की कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगा।

वर्तमान बस स्टैंड की स्थिति

सहारनपुर में फिलहाल तीन अस्थायी बस स्टैंड हैं:

  • रेलवे रोड बस स्टैंड: देहरादून, हरिद्वार, मेरठ और दिल्ली की बसें यहां से संचालित होती हैं।
  • कांशीराम कॉलोनी बस स्टैंड: बागपत और शामली की बसें यहां से चलती हैं।
  • मानकमऊ बस स्टैंड: अंबाला, गंगोह, और नकुड़ की बसें यहां से मिलती हैं।
  • बसों का संचालन
    • परिवहन निगम के 6 डिपो से कुल 610 बसों का बेड़ा संचालित होता है।
    • सहारनपुर से हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, और उत्तराखंड तक बसें उपलब्ध हैं।
    अत्याधुनिक सुविधाओं वाला नया बस स्टैंड

    नया बस स्टैंड अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा, जो यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाएगा।

    प्रमुख विशेषताएं:
    • विस्तृत पार्किंग क्षेत्र
    • इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग सिस्टम
    • स्वच्छता और बैठने की आधुनिक व्यवस्था
    • यात्रियों की सुविधा के लिए शॉपिंग और फूड कोर्ट

    यह बस स्टैंड सहारनपुर को एक ट्रांजिट हब के रूप में विकसित करेगा।

    स्थानीय प्रशासन की पहल और प्रयास

    परिवहन निगम और प्रशासन ने बस स्टैंड परियोजना की प्रक्रिया को तेज करने के लिए कई कदम उठाए हैं।

    • भूमि हस्तांतरण:
      आवास एवं विकास परिषद की खाली पड़ी जमीन को परिवहन निगम के नाम कर दिया गया।
    • बजट प्रबंधन:
      परियोजना के लिए जरूरी फंड पहले ही स्वीकृत किया जा चुका है।

    क्षेत्रीय प्रबंधक योगेंद्र प्रताप सिंह के अनुसार, बस स्टैंड का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होगा और इससे सहारनपुर की परिवहन सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव आएगा।