Bangladesh On Sheikh Hasina: 'शेख हसीना का भारत ने प्रत्यर्पण न किया तो…', बांग्लादेश ने दी गीदड़भभकी

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ढाका। बांग्लादेश एक के बाद एक भारत विरोधी काम कर रहा है और उल्टे गीदड़भभकी भी दे रहा है। बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के प्रत्यर्पण के मसले पर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने एक बार फिर अपना रंग दिखाते हुए कहा है कि अगर भारत ने शेख हसीना को वापस न भेजा, तो वो अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने मसला उठाकर हस्तक्षेप की मांग करेगा। बांग्लादेश की सरकार पहले ही शेख हसीना के प्रत्यर्पण के लिए भारत सरकार को चिट्ठी लिख चुकी है।

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के कानून मंत्री आसिफ नजरुल ने कहा है कि अगर भारत सरकार शेख हसीना का प्रत्यर्पण नहीं करती, तो ये बांग्लादेश से हुए प्रत्यर्पण संधि का उल्लंघन होगा। उन्होंने कहा कि हम जो कुछ कर सकते हैं, वो कर रहे हैं। शेख हसीना को वापस लाने के लिए बांग्लादेश सरकार सभी कोशिश जारी रखेगी। बता दें कि भारत सरकार ने शेख हसीना की वीजा अवधि बढ़ा दी है। जबकि, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने अपने पूर्व पीएम का पासपोर्ट रद्द कर दिया था। शेख हसीना ने बीते दिनों ही एक बयान जारी कर कहा था कि बांग्लादेश में उनकी और छोटी बहन शेख रेहाना की हत्या की तैयारी थी। शेख हसीना ने इससे पहले कहा था कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस सत्ता पर कब्जा बनाए रखने के लिए लोलुप हैं।

शेख हसीना के खिलाफ छात्रों ने आरक्षण विरोधी आंदोलन शुरू किया था। आंदोलन के दौरान 400 के करीब लोगों की जान गई थी। फिर अपनी जान बचाने के लिए शेख हसीना अपनी बहन के साथ 5 अगस्त 2024 को भागकर भारत आ गई थीं। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने तमाम लोगों के लापता होने के मामले में शेख हसीना का हाथ होने का आरोप लगाते हुए कई केस दर्ज कराए हैं। इसी मामले में शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग बांग्लादेश कर रहा है। बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद कट्टरपंथियों की बन आई है। वहां हिंदू, बौद्ध और ईसाई अल्पसंख्यक समुदायों पर हमले भी हो रहे हैं।

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