Amjad Khan की खलनायिकी के आगे फीकी पड़ गई थी बड़े-बड़े सुपरस्टार्स की हीरोगिरी, फिर इस हादसे ने बर्बाद किया करियर
मनोरंजन न्यूज़ डेस्क - 'कितने आदमी थे रे सांभा' से लेकर 'जो डर गया, समझो मर गया' तक के अपने हिट डायलॉग्स के लिए मशहूर अमजद खान की आज जयंती है। उन्होंने विलेन का किरदार निभाकर ऐसा हंगामा मचाया कि हीरो का रोल भी निगल गए। अगर फिल्म शोले को याद किया जाता है तो वो गब्बर के किरदार के लिए। आज भले ही एक्टर हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनके हिट डायलॉग्स हर बच्चे की जुबान पर हैं। वहीं वो अपनी निजी जिंदगी की वजह से भी चर्चा में रहे हैं। आइए आज अमजद की जयंती के दिन उन्हें एक बार फिर याद करते हैं।
इस फिल्म से मिली थी शोहरत
अमजद खान ने अपने एक्टिंग करियर में एक के बाद एक हिट फिल्में की हैं। उन्होंने विलेन के तौर पर ऐसा हंगामा मचाया कि वो सबसे पॉपुलर विलेन बन गए। एक्टर को असली पहचान फिल्म शोले से मिली जिसमें उन्होंने गब्बर का किरदार निभाया था। क्या आप जानते हैं कि यह रोल पहले रंजीत को ऑफर किया गया था, लेकिन बाद में यह अमजद खान को दिया गया और इस रोल से वह इतने पॉपुलर हुए कि उन्होंने सभी के दिलों में खास जगह बना ली। एक्टर ने सत्ता पे सत्ता, चंबल की कसम, मुकद्दर का सिकंदर, शतरंज के खिलाड़ी, याराना और लावारिस जैसी फिल्में की हैं।
मौत को करीब से देखा
अमजद खान अपनी फिल्मों से इतने हिट हुए कि घर-घर में मशहूर हो गए। बहुत कम लोग जानते होंगे कि अमजद खान ने मौत को करीब से देखा है। जी हां, साल 1976 में उनका एक भयानक एक्सीडेंट हुआ था। इस एक्सीडेंट में उनकी पसलियां टूट गई थीं और फेफड़ों में भी इंफेक्शन हो गया था। एक्टर की हालत इतनी खराब हो गई कि वह 3 महीने तक बिस्तर पर पड़े रहे।
मोटापे ने बर्बाद कर दिया करियर
एक्सीडेंट के बाद अमजद खान का वजन बढ़ने लगा। ऐसे में उन्होंने इसका इलाज कराया, लेकिन कोई आराम नहीं मिला। हालात ऐसे हो गए कि उनके पास कोई काम नहीं था। उनके मोटापे की वजह से मेकर्स ने उन्हें काम देना बंद कर दिया था। एक समय ऐसा भी आया जब उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। 1991 में दिल का दौरा पड़ने से अमजद खान की मौत हो गई।