देश में पहली बार ब्रिटेन में हत्या का दोषी सूरत की जेल में काटेगा सजा
भारत और ब्रिटेन के बीच संधि के बाद पहली बार यूनाइटेड किंगडम (यूके) की अदालत ने किसी व्यक्ति को हत्या का दोषी ठहराया है। यह व्यक्ति अपनी शेष सजा सूरत, गुजरात में काटेगा। गुजरात के उमर गांव निवासी आरोपी जिगू सोरथी को वर्ष 2020 में एक महिला की हत्या का दोषी ठहराया गया था। 23 वर्षीय आरोपी जिगू ने अपनी 21 वर्षीय मंगेतर भाविनी की चाकू घोंपकर बेरहमी से हत्या कर दी। ब्रिटेन के लीसेस्टर कोर्ट ने उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी, जिसके तहत जिगू ब्रिटेन में अपनी सजा के 4 साल पहले ही काट चुके हैं।
भारत वापस आने का अनुरोध
जिगू सोरथी ने ब्रिटेन की अदालत में चल रहे मुकदमे के दौरान भारत लौटने का अनुरोध किया। जिसके बाद जिगू सोरठी को सूरत पुलिस के हवाले कर दिया गया। ब्रिटेन सरकार और भारत सरकार के बीच एक समझौता हुआ है, जिसके आधार पर जिगू को शेष सजा काटने के लिए सूरत के लाजपोर सेंट्रल जेल में स्थानांतरित कर दिया गया।
सूरत पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत के अनुसार, जिगू के प्रत्यर्पण के संबंध में गृह मंत्रालय से आदेश प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि उमर गांव निवासी जिगू सोरथी ब्रिटेन में हत्या के मामले में दोषी है। वहां अपनी सजा का कुछ हिस्सा पूरा करने के बाद वह सूरत की लाजपोर जेल में शेष सजा काटेंगे।
गृह मंत्रालय के आदेशानुसार सूरत शहर के एसीपी के नेतृत्व में हमारी टीम दिल्ली गई। आरोपी को ब्रिटिश अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया और सूरत लाया गया। भारत और ब्रिटेन की सरकारों के बीच हुए समझौते के अनुसार, अब वह अपनी सजा यहीं काटेंगे। आपको बता दें कि जिगू की सजा के संबंध में सभी जेल विभागों को गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों और नियमों का पालन करना होगा।