GST Meeting में आम आदमी को मिला झटका! हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम में नहीं मिली कोई राहत, इन चीजों पर भी नहीं मिली राहत
बिज़नेस न्यूज़ डेस्क - जीएसटी काउंसिल की बैठक से एक बड़ी खबर सामने आई है। राजस्थान के जैसलमेर में हुई इस बैठक में कुछ अहम मुद्दों पर फैसला नहीं हो सका। मंत्रियों के समूह ने स्वास्थ्य और जीवन बीमा प्रीमियम पर जीएसटी घटाने का प्रस्ताव रखा था, जिस पर फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया जा सका है। जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक में इस पर विचार किया जाएगा।
इसलिए अटका है फैसला
बताया जा रहा है कि जीएसटी काउंसिल की 55वीं बैठक में इस अहम मुद्दे पर कोई फैसला नहीं लिया जा सका, क्योंकि इस पर और स्पष्टीकरण की जरूरत है। काउंसिल ने मंत्रियों के समूह (जीओएम) से अपनी रिपोर्ट को और व्यापक बनाने के लिए अतिरिक्त जानकारी शामिल करने को कहा है। यह खबर आम लोगों के लिए बड़ा झटका है, जो स्वास्थ्य और जीवन बीमा प्रीमियम में कमी की उम्मीद कर रहे थे। आपको बता दें कि अभी स्वास्थ्य बीमा, टर्म लाइफ इंश्योरेंस और यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान 18 फीसदी जीएसटी के दायरे में आते हैं।
कार बेचने पर ज्यादा जीएसटी
इस बैठक में पॉपकॉर्न पर जीएसटी की नई दरों पर आम सहमति बन गई है। नमक और मसालों के साथ रेडी-टू-ईट पॉपकॉर्न (पैक नहीं) पर 5% जीएसटी लगाया गया है। जबकि प्री-पैकेज्ड और लेबल वाले पॉपकॉर्न पर 12% जीएसटी लगेगा। इसी तरह, कैरमेल पॉपकॉर्न 18% जीएसटी के दायरे में आएगा। वहीं, पुरानी छोटी पेट्रोल-इलेक्ट्रिक कारों (ईवी) की बिक्री पर जीएसटी 12% से बढ़ाकर 18% करने का फैसला किया गया है।
इन्हें भी नहीं मिली राहत
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक में जोमैटो जैसी फूड डिलीवरी कंपनियों को भी राहत नहीं मिलने की खबर है। जीएसटी में इनकी छूट को लेकर फैसला नहीं हो पाया है। अगली बैठक में इस पर विचार संभव है। वहीं, फोर्टिफाइड राइस कर्नेल पर जीएसटी दर 18% से घटाकर 5% कर दी गई है। इसी तरह, 50% से अधिक फ्लाई ऐश वाले ऑटोक्लेव्ड एरेटेड कंक्रीट (एसीसी) के ब्लॉक पर जीएसटी 18% से घटाकर 12% कर दिया गया है।