Instagram के नए AI फीचर ने बढ़ाई बच्चों की मुश्किलें, अब चुटकियों में पकड़ा जाएगा फर्जी उम्र बताने वालों का झूठ जाने कैसे ?
टेक न्यूज़ डेस्क - सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम आज के समय में काफी लोकप्रिय है। हर उम्र के लोग इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन छोटे बच्चों के लिए इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करना ठीक नहीं माना जाता है। दुनियाभर की कई सरकारी एजेंसियां इंस्टाग्राम की पैरेंट कंपनी मेटा की जांच कर रही हैं। इंस्टाग्राम पर बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा करने का आरोप है। कुछ देशों में पहले से ही बच्चों के लिए इसके इस्तेमाल के कुछ नियम हैं। हाल ही में ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने भी 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रखा है।
इस बीच, मेटा ने एक ब्लॉग पोस्ट में घोषणा की है कि वह एक नए AI-पावर्ड टूल पर काम कर रहा है। यह टूल यह पता लगाने में मदद कर सकता है कि कोई बच्चा अपनी उम्र के बारे में झूठ बोल रहा है या नहीं। इस टूल का नाम एडल्ट क्लासिफायर है। कई बार इंस्टाग्राम पर साइन अप करने वाले यूजर अपनी उम्र के बारे में झूठ बोलते हैं। लेकिन अब उन्हें ऐसा करने से रोका जाएगा।
जानें कैसे काम करेगा यह फीचर
दरअसल, मेटा का कहना है कि एडल्ट क्लासिफायर यह निर्धारित करने में मदद कर सकता है कि कोई व्यक्ति वयस्क (18 या उससे अधिक) है या किशोर (13 से 17 के बीच) और यह अपने आप उचित प्राइवेसी सेटिंग लागू कर देगा। यह AI मॉडल प्रोफ़ाइल की जानकारी का विश्लेषण करता है जैसे कि अकाउंट कब बनाया गया था और उनका कंटेंट और दूसरे लोगों के साथ बातचीत। अगर AI को लगता है कि यूजर का अकाउंट 18 साल से कम उम्र का है, तो वह उसके अकाउंट को मार्क कर देगा और उसे टीन अकाउंट बना देगा। अगर एडल्ट क्लासिफायर को लगता है कि कोई टीनएजर इस अकाउंट का इस्तेमाल कर रहा है, तो वह उस अकाउंट को प्राइवेट कर देगा और अजनबियों को मैसेज भेजने से रोक देगा। हालांकि, मेटा ने पहले ही कुछ नियम बदल दिए हैं ताकि बच्चे अपने माता-पिता की अनुमति के बिना इन सेटिंग्स को बदल न सकें।
गलत अकाउंट बैन होने पर क्या करें?
अगर एडल्ट क्लासिफायर अकाउंट की गलत पहचान करता है, तो इसके लिए आप मेटा से उसे हटाने की अपील कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपनी सरकारी आईडी या सेल्फी अपलोड करनी होगी।