बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अब तक इन भारतीयों का करियर कर चुकी है बर्बाद, कोहली-रोहित हो जाओ सावधान

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क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर सीरीज 22 नवंबर से शुरू होने जा रही है. टीम इंडिया के कई सीनियर खिलाड़ियों के लिए इस सीरीज में सब कुछ दांव पर है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, न्यूजीलैंड से घरेलू मैदान पर 3-0 से हार के बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे बड़े नामों का टेस्ट करियर भी खतरे में है। माना जा रहा है कि कोहली-रोहित समेत चार सीनियर खिलाड़ियों के लिए खुद को साबित करने का यह आखिरी मौका हो सकता है। इससे पहले बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में भारत के छह महान खिलाड़ियों का टेस्ट करियर खत्म हो चुका है. आइए आपको बताते हैं कौन हैं वो बड़े नाम.

अनिल कुंबले
भारत के दिग्गज स्पिन गेंदबाज अनिल कुंबले ने अपने टेस्ट करियर का आखिरी मैच बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में खेला था. साल 2008 में कुंबले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली के मैदान पर अपना आखिरी टेस्ट मैच खेलने आए थे. मैच में बल्लेबाजों का दबदबा रहा और कुंबले ने तीन विकेट लिए.

सौरव गांगुली
भारतीय टीम को अपनी कप्तानी में कई यादगार पल देने वाले सौरव गांगुली ने अपने टेस्ट करियर का आखिरी मैच भी बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में खेला था. 2008 में नागपुर में अपने टेस्ट करियर के आखिरी मैच में गांगुली ने पहली पारी में 85 रन बनाए. हालांकि, दूसरी पारी में वह बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए।


राहुल द्रविड़
टीम इंडिया की दीवार कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ भी उन खिलाड़ियों में से एक हैं जिनका टेस्ट करियर बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में खत्म हो गया. द्रविड़ ने अपना आखिरी टेस्ट मैच 2012 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड मैदान पर खेला था.

वीवीएस लक्ष्मण
टेस्ट क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाजों में से एक वीवीएस लक्ष्मण ने भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अपने टेस्ट करियर का आखिरी मैच खेला था. एडिलेड में खेले गए इस मैच में द्रविड़ ने पहली पारी में एक रन और दूसरी पारी में 25 रन बनाए.

वीरेंद्र सहवाग
टेस्ट क्रिकेट में अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से गेंदबाजों में खौफ पैदा करने वाले सहवाग का टेस्ट करियर भी बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में खत्म हो गया. वीरू ने अपना आखिरी टेस्ट मैच 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हैदराबाद में खेला था.

एमएस धोनी
भारतीय टीम के सबसे सफल कप्तानों में से एक एमएस धोनी ने भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अपने टेस्ट करियर का आखिरी मैच खेला था. क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में माही आखिरी बार बल्ला पकड़कर मेलबर्न के मैदान पर उतरे थे।